Kash Patel: अमेरिकी सरकार के भीतर 'डीप स्टेट' के रूप में डिस्क्राइब्ड मैकेनिज्म को खत्म करने की वकालत करने वाले काश पटेल को FBI का डायरेक्टर पद के लिए नामांकित किया गया है. पटेल डोनाल्ड ट्रंप के सबसे करीबी माने जाते हैं. वो डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
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Kash Patel: पूर्व पब्लिक डिफेंडर, फेडेरल प्रॉसिक्यूटर और डोनाल्ड ट्रंप के सबसे करीबी काश पटेल को FBI का डायरेक्टर पद के लिए नामांकित किया गया है. इसकी घोषणा खुद राष्ट्रपति ट्रंप ने की. भारतीय-अमेरिकी पेंटागन अधिकारी काश पटेल ने डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाई थी. काश पटेल ट्रंप के सबसे वफादार समर्थक माने जाते हैं. पटेल ने अमेरिकी सरकार के भीतर 'डीप स्टेट' के रूप में डिस्क्राइब्ड मैकेनिज्म को खत्म करने की भी वकालत की है.
एफबीआई निदेशक की भूमिका
एफबीआई डायरेक्टर संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी की देखरेख करते हैं. FBI में 35,000 से ज्यादा सक्रिय रूप से अपनी सेवा देते हैं,जिनके ऊपर ब्यूरो आतंकवाद, हिंसक अपराध, नागरिक अधिकारों के उल्लंघन और सार्वजनिक भ्रष्टाचार समेत संघीय अपराधों की जांच की जिम्मेदारी होती है.
Incoming FBI Director @Kash_Patel delivers remarks at Capital One Arena prior to President Trump's arrival: pic.twitter.com/lj6ebo5oPA
— Trump War Room (@TrumpWarRoom) January 20, 2025
पटेल का प्रभाव
पूर्वी अफ्रीका और अमेरिका में इंटरनेशनल आतंकवाद के मामलों में विशेषज्ञता के साथ वकील के रूप में न्याय विभाग में शामिल हुए. उन्होंने रक्षा विभाग में अपने कार्यकाल के दौरान वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया, जिसने आखिरकार कांग्रेसी डेविन नून्स का ध्यान को अपनी तरफ खींचा.
इस तरह से उन्होंने एक दशक से भी कम वक्त में कांग्रेस के एक सहयोगी से ट्रंप के राजनीतिक आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति बन गए. उन्होंने सीनियर राष्ट्रीय सुरक्षा पदों पर काम किया. ब्रांडेड माल की अपनी सीरीज लॉन्च की और द प्लॉट अगेंस्ट द किंग नामक बच्चों की किताब भी लिखी. इस किताब में काश नाम के जादूगर और डोनाल्ड नाम के राजा जैसे कैरेक्टर शामिल हैं.
FBI का नेतृत्व करने के लिए ट्रंप के नामित व्यक्ति के रूप में पटेल को उनकी योग्यता के बारे में सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी से कड़ी पूछताछ का सामना करना पड़ेगा. क्या वह व्हाइट हाउस से एफबीआई की पारंपरिक स्वतंत्रता को बनाए रख सकते हैं?
विपक्षी पार्टियों निशाने पर पटेल
ट्रंप के प्रति उनकी कट्टर निष्ठा की वजह से न सिर्फ उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, बल्कि 'डीप स्टेट' को खत्म करने और एफबीआई, न्याय विभाग और मीडिया के व्यक्तियों समेत ट्रंप के विरोधियों को टारगेट करने के बारे में उनके पिछले बयानों से भी विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं.
पटेल को बड़े पैमाने पर रिपब्लिकन ने समर्थन दिया है, जिनके पास वर्तमान में सीनेट में बहुमत है. हालांकि, ट्रंप और उनके सहयोगियों ने अक्सर एफबीआई और न्याय विभाग पर रूढ़िवादियों के खिलाफ राजनीतिक पूर्वाग्रह का आरोप लगाया है. बावजूद इसके वे पटेल को एजेंसी की प्राथमिकताओं को पुनः व्यवस्थित करने के लिए सही व्यक्ति के रूप में देख रहे हैं.
राम मंदिर और भारत-अमेरिका रिश्तों के लिए पटेल का समर्थन
पटेल अमेरिका-भारत संबंधों के मुखर समर्थक रहे हैं और उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के लिए समर्थन व्यक्त किया. मंदिर की प्रतिष्ठा के दौरान, द न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन जैसे आउटलेट्स ने इस घटना को हिंदू राष्ट्रवाद के संदर्भ में पेश किया, जबकि पटेल ने हिंदुओं के लिए इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व को नजरअंदाज करने के लिए उनकी आलोचना की.
गुजराती मूल का है पटेल का परिवार
काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क में एक गुजराती अप्रवासी परिवार में हुआ है. उनका परिवार पूर्वी अफ्रीका से 1980 में न्यूयॉर्क के क्वींस शहर में आकर बस गए थे. हालांकि, पटेल का परिवार मूल रूप से वडोदरा का रहने वाला है, लेकिन माता-पिता यूगांडा में रहते थे. पटेल ने कानून की डिग्री हासिल की है. उन्होंने फ्लोरिडा में पब्लिक डिफेंडर के रूप में अपना करियर शुरू किया, जहां उन्होंने राज्य और संघीय अदालतों में लोगों का प्रतिनिधित्व किया.