नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के भविष्य को लेकर तमाम आशंकाओं के बीच हमास ने छह इजरायली बंधकों को शनिवार को रिहा कर दिया. इन छह लोगों में तीन इजरायली पुरुष शामिल हैं, जिन्हें नोवा संगीत समारोह से पकड़ा गया था, जब सात अक्तूबर 2023 को हमास के आतंकवादियों ने हमला किया था.
इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में लगभग 16 महीने का अभियान शुरू किया था. एक अन्य व्यक्ति का अपहरण दक्षिणी इजरायल में किया गया था. बंधकों में से दो को हमास ने लगभग एक दशक तक बंधक रखा था, जब से वे दोनों अकेले ही गाजा में घुसे थे.
क्यों हमास की हो रही है आलोचना
गाजा में दो अलग-अलग समारोहों में सैकड़ों फलस्तीनियों के सामने नकाबपोश सशस्त्र हमास लड़ाकों द्वारा मंच पर लाकर पांचों को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया. मध्य शहर नुसेरात में, तीन इजरायली युवाओं ओमर वेंकर्ट, ओमर शेम टोव को रेड क्रॉस के वाहनों में बिठाया गया, जो इजरायल के लिए रवाना हो गए. बंधकों को रिहा करने के सार्वजनिक प्रदर्शनों के लिए हमास की कड़ी आलोचना की जा रही है.
बंधकों की गरिमा का ध्यान न रखने का आरोप
इजरायल, संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस ने कहा है कि यह क्रूर तरीका है और बंधकों की गरिमा का ध्यान नहीं रखा गया. दो बंधकों ताल शोहम (40) और एवेरा मेंगिस्टू (39) को नकाबपोश और हथियारबंद हमास लड़ाके मंच पर लाए और उसके बाद उन्हें रेड क्रॉस की एम्बुलेंस में बैठा दिया गया. इसके बाद एम्बुलेंस इजराइल में एक नजदीकी क्रॉसिंग की ओर बढ़ गई. इजराइल की सेना ने कहा कि छठे बंधक, हिशाम अल-सईद (36) को भी शनिवार को रिहा कर दिया गया.
हमास ने किसी और का शव सौंपा
इजरायल और हमास के बीच बंधकों और कैदियों की रिहाई ऐसे वक्त में हो रही है जब हमास के चरम पंथियों ने अगवा किए गए दो छोटे बच्चों की मां शिरी बिबास के बजाय किसी और का शव सौंप दिया था और इसे लेकर फिलीस्तीन खफा है. हमास ने दो बेटों के शवों के साथ महिला का जो शव सौंपा था वह फलस्तीन की किसी महिला का था, बच्चों की मां शिरी बिबास का नहीं.
नेतन्याहू बोले- समझौते का उल्लंघन किया
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे समझौते का 'क्रूर और दुर्भावनापूर्ण उल्लंघन' करार दिया था और बदला लेने का संकल्प जताया, वहीं हमास ने कहा कि यह एक गलती थी. शनिवार को रिहा किए गए छह बंधक, संघर्षविराम के प्रथम चरण के तहत रिहा किए जाने वाले अंतिम जीवित व्यक्ति हैं.
इथियोपियाई-इजरायली मेंगिस्टू को 2014 में गाजा में बंदी बनाया गया था. मेंगिस्टू के परिवार ने रिहाई पर गीत गाए. उत्तरी इजरायली गांव माले त्ज्विया के शोहम अपनी पत्नी के परिवार से मिलने किबुत्ज बेरी गए थे तभी सात अक्टूबर 2023 को हमास के चरमपंथियों ने वहां हमला कर दिया था. फलस्तीनी कैदियों के मीडिया कार्यालय ने शुक्रवार को बताया कि इजरायल में जेल में बंद 620 फलस्तीनियों को रिहा किया जाएगा.
हमास ने कहा कि वह अगले सप्ताह चार और शवों को सौंप देगा, जिससे युद्ध विराम का पहला चरण पूरा हो जाएगा. अगर यह योजना लागू होती है, तो हमास के पास करीब 60 बंधक रह जाएंगे, जिनमें से करीब आधे के जीवित होने की संभावना है. हमास ने कहा कि वह स्थायी युद्धविराम और इजराइल की पूर्ण वापसी के बिना शेष बंदियों को रिहा नहीं करेगा.
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