Israel Hamas War: गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में मौजूद खान यूनुस को इसराइल फौजियों कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है. वहां, लोग पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. खान यूनुस में कोई परिवार बाकी नहीं है, जहां मातम न पसरा हो.
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Israel Hamas War: इसराइली सेना फिलिस्तीनियों की खून की प्यासी हो गई है. फौज ने गाजा को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है और वहां अभी भी सैन्य ऑरेशन चला रही है, जिससे मरने वालों की संख्य बढ़ती जा रही है. इस हिंसा में 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस जंग में इसराइली फौज ने सबसे ज्यादा बच्चों को अपना निवाला बनाया था. गाजा में अब तक 10 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है. इसके बावजूद वहां, इसराइली फौज के हमले जारी हैं.
चारों तरफ पसरा है मातम
गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में मौजूद खान यूनुस को इसराइल फौजियों कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है. वहां, लोग पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. खान यूनुस में कोई परिवार बाकी नहीं है, जहां मातम न पसरा हो. फौस, अस्पलात, स्कूल और रिफ्यूजी कैंपों को भी नहीं बख़्श रही है. गाजा से लेकर वेस्ट बैंक तक इसराइली फौजियों का ताडंव जारी है.
इसराइली फौजियों ने वेस्ट बैंक के एक हॉस्पिटल में छापेमारी की और वहां, तीन फिलिस्तीनियों की गोली मारकर कत्ल कर दिया. इसराइली सेना डॉक्टर के भेष में अस्पताल में पहुंचे थे. फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने इस हमले की निंदा की है, जबकि दूसरे वहां रहनेवाले दूसरे लोगों ने इसरइली फौज के इस ऑपरेशन पर ही सवाल उठाए हैं.
WHO ने कहा भूख से मर रहे हैं बच्चे
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निदेशक Dr Tedros Adhanom Ghebreyesus ने कहा है कि भूखे लोगों की भीड़ के खाना छीन लेने के बाद नासिर हॉस्पिटल में भोजन पहुंचाने की कोशिश विफल हो गई है. WHO चीफ ने कहा कि यह घटना गाजा में नारकीय हालात और गंभीर भूखमरी को दर्शाती है. इस हिंसा की वजह से बच्चों की भूख से मौत हो रही है. जानकारी के मुताबिक, इसराइली फौज ने गाजा में मौत का तांडव मचा रखा है.
7 अक्टूबर को हमास ने किया था हमला
ख्याल रहे कि हमास ने इसराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था. इस हमले में 1200 इसराइली नागरिकों की मौत हुई थी. जिसके बाद इसराइल फौज ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया था. इस हमले में अब तक 26 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इस हिंसा में मरने वालों में सबसे ज्यादा तादाद बच्चों और महिलाओं की है. जिससे गाजा पट्टी में मानवीय संकट पैदा हो गया है.