Bangladeshis का व्हाइट हाउस के सामने विरोध प्रदर्शन, कर दी बड़ी मांगें
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Bangladeshis का व्हाइट हाउस के सामने विरोध प्रदर्शन, कर दी बड़ी मांगें

Bangladeshis Protest: बांग्लादेशियों ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के पास प्रोटेस्ट किया है. यह प्रोटेस्ट पीएम मोदी और ट्रंप की मीटिंग से कुछ घंटों पहले हुआ था.

Bangladeshis का व्हाइट हाउस के सामने विरोध प्रदर्शन, कर दी बड़ी मांगें

Bangladeshis Protest: बांग्लादेशियों ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के करीब विरोध प्रदर्शन किया और देश के अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस के "असंवैधानिक" शासन को खत्म करने की मांग की. अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों के जरिए आयोजित किए गए विरोध प्रदर्शन में लगभग 150 लोगों ने नारे लगाए और न्याय तथा संवैधानिक शासन की वापसी की मांग करते हुए तख्तियां पकड़ीं.

बांग्लादेशियों का भारी प्रोटेस्ट

यह विरोध प्रदर्शन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक से पहले हुआ था. प्रदर्शनकारियों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि यूनुस ने "आतंकवादियों" की मदद से देश पर कब्जा कर लिया है, जिससे देश की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. उन्होंने कहा कि "आतंकवादी समूह धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र" और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में विश्वास नहीं रखता है.

रच रहे हैं इंटरनेशनल नाटक

उन्होंने कहा कि यूनुस वर्ल्ड लीडर्स के सामने झूठे बयान देकर एक अंतर्राष्ट्रीय नाटक रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे सच्ची तस्वीर नहीं दिखाना चाहते थे. गुरुवार को विरोध प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा, "हम निष्पक्षता और न्याय चाहते हैं" और यह संदेश देना चाहते हैं "खासकर जब डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी यहां हैं."

शेख हसीना अभी भी हैं प्रधानमंत्री

उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि डर को दूर करने और न्याय सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाए ताकि लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल कर सकें. उन्होंने कहा, "बांग्लादेश में हमारे अल्पसंख्यक समूहों, विशेषकर हिंदुओं पर हमले किए गए हैं और कई लोग मारे गए हैं." एक अन्य प्रवक्ता ने कहा, "हमारे संविधान के अनुसार शेख हसीना अभी भी प्रधानमंत्री हैं."

बता दें, बांग्लादेश की 170 मिलियन जनसंख्या में लगभग आठ प्रतिशत हिंदू हैं, जो हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इस संकट ने बांग्लादेश में धार्मिक और जातीय उत्पीड़न के बारे में भी फिक्र को बढ़ा दिया है. वाशिंगटन के प्रदर्शनकारियों ने बढ़ती हिंसा की निंदा की है और यूनुस पर अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा न कर पाने का आरोप लगाया है. 

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