Jammu and Kashmir News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू व कश्मीर में तकरीबन 18 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस दौरान एक शख्स को गिरफ्तार भी किया गया है. NIA ने जमात-ए-इस्लामी पर कई आरोप लगाए हैं.
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Jammu and Kashmir: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अल हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट (AHET) की संदिग्ध फंडिंग गतिविधियों के सिलसिले में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 18 ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ, जम्मू, श्रीनगर, बांदीपोरा, शोपियां, पुलवामा और बडगाम जिलों में छापेमारी की गई. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान राजौरी निवासी मोहम्मद अमीर शमशी के रूप में हुई है. एक अधिकारी ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी (JEI), यूएपीए अधिनियम के तहत एक 'गैरकानूनी संघ' घोषित होने के बाद भी अपने फ्रंटल संगठनों के माध्यम से अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए है. ऐसा ही एक संगठन राजौरी जिले में एएचईटी है.
अधिकारी ने कहा- एएचयूटी को कथित तौर पर धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए दान, हवाला आदि सहित विभिन्न माध्यमों से धन जुटाते पाया गया है. लेकिन वह इन धन का उपयोग जम्मू-कश्मीर के युवाओं को गैरकानूनी गतिविधियों के लिए उकसाने और भारत की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को बाधित करने के लिए कर रहे हैं. एनआईए ने स्वत: संज्ञान लेते हुए तीन सितंबर 2022 को मामला दर्ज किया था.
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NIA ने कहा कि जांच से पता चला है कि शमशी एएचईटी के अध्यक्ष (निजाम-ए-अला) और ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक के निर्देश पर काम करता है. अधिकारी ने कहा, न्यास जेईआई, जम्मू-कश्मीर को 'गैरकानूनी संघ' घोषित किए जाने के बाद भी धन जुटा रहा है. जांच के दौरान कश्मीर घाटी में संचालित अन्य गैर सरकारी संगठनों और ट्रस्टों के साथ संदिग्ध संबंध भी सामने आए हैं. तलाशी के दौरान कई मोबाइल उपकरण और फंडिंग, संपत्ति आदि से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
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