Digital Payment: व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर आंतरिक सरकारी आयोग की हाल ही में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इन कार्डों को स्वीकार किए जाने की संभावना तलाशने पर सहमति बनी. सूत्रों ने बताया कि भारत के रुपे कार्ड और रूस के मीर कार्ड को एक-दूसरे देशों में इस्तेमाल से दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे देशों में निर्बाध भुगतान कर सकेंगे.
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Online Payment: भारत और रूस अब मिलकर एक और काम करने वाले हैं. यह काम लोगों के पैसों के लेनदेन से भी जुड़ा हुआ है. दरअसल, पश्चिमी देशों के रूस पर विभिन्न प्रतिबंधों के बीच भारत और रूस दोनों देशों में रुपे और मीर कार्ड के उपयोग से भुगतान की संभावना पर काम करेंगे. इससे लोगों को पेमेंट करने में आसानी होगी. हाल ही में इसको लेकर संभावना तलाश करने के लिए सहमति भी बनी है.
उच्चस्तरीय बैठक
सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर आंतरिक सरकारी आयोग की हाल ही में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इन कार्डों को स्वीकार किए जाने की संभावना तलाशने पर सहमति बनी. सूत्रों ने बताया कि भारत के रुपे कार्ड और रूस के मीर कार्ड को एक-दूसरे देशों में इस्तेमाल से दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे देशों में निर्बाध भुगतान कर सकेंगे.
सहमति बनी
बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूस से उप प्रधानमंत्री डेनिस मांटुरोव ने की थी. बैठक में भारत के राष्ट्रीय भुगतान संघ के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और रूस के बैंक ऑफ रशिया के फास्टर पेमेंट्स सिस्टम के परस्पर संपर्क को बढ़ाने पर भी सहमति बनी.
सीमापार भुगतान
सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा सीमापार भुगतान के लिए बैंक ऑफ रशिया के रूस की वित्तीय संदेश प्रणाली सर्विस ब्यूरो ऑफ फाइनेंशियल मेसेंजिंग सिस्टम की स्वीकार्यता पर भी सहमति बनी. फिलहाल, भारत से विदेशों में और विदेशों से भारत में भुगतान ‘स्विफ्ट’ नेटवर्क के माध्यम से होता है.