Rahul Gandhi: यह कहते हुए कि मैं आरोप नहीं लगा तहा हूं सिर्फ पूछ रहा हूं उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार मांग के बावजूद महाराष्ट्र के मतदाताओं का डेटा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की पारदर्शिता के खिलाफ है.
Trending Photos
Maharashtra Voter List: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग पर एक बार फिर से गंभीर सवाल उठाए हैं. यह कहते हुए कि मैं आरोप नहीं लगा तहा हूं सिर्फ पूछ रहा हूं उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार मांग के बावजूद महाराष्ट्र के मतदाताओं का डेटा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की पारदर्शिता के खिलाफ है और इससे चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं. राहुल गांधी शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.
मतदान पैटर्न का बारीकी से अध्ययन
दरअसल राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में मतदाताओं की संख्या वहां की वयस्क आबादी से अधिक हो गई है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने मतदाता सूची और मतदान पैटर्न का बारीकी से अध्ययन किया है और कई अनियमितताओं का पता लगाया है. उन्होंने कहा कि हम भारत के लोगों, खासकर युवाओं, को इस बारे में जागरूक करना चाहते हैं कि हमारे लोकतंत्र में क्या हो रहा है.
अचानक बड़ी संख्या में मतदाता बढ़ गए
कांग्रेस नेता ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि पिछले साल लोकसभा चुनाव और फिर पांच महीने बाद हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच अचानक बड़ी संख्या में मतदाता बढ़ गए. उन्होंने कहा कि मात्र पांच महीनों में राज्य में 39 लाख नए मतदाता जुड़ गए, जबकि पिछले पांच वर्षों में कुल 32 लाख मतदाता ही जुड़े थे. यह संख्या हिमाचल प्रदेश की पूरी आबादी के बराबर है. सवाल उठता है कि ये मतदाता कहां से आए और ये कौन हैं?
केवल पारदर्शिता की मांग कर रहे
राहुल गांधी ने कहा कि वह बिना किसी आरोप के केवल पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ यह पूछ रहे हैं कि निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र के मतदाताओं का डेटा क्यों नहीं दे रहा है? विपक्ष बार-बार मांग कर रहा है, लेकिन आयोग चुप है. इससे साफ लगता है कि कुछ गड़बड़ जरूर है.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं और इनमें अधिकतर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि वह पूरी पारदर्शिता के साथ मतदाता सूची की जानकारी साझा करे ताकि जनता को सच्चाई पता चल सके.