IAS Story: 6 दिन में चली गई थी इस IAS की कलेक्टरी, जानिए अब क्या कर रहे हैं ये अफसर
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IAS Story: 6 दिन में चली गई थी इस IAS की कलेक्टरी, जानिए अब क्या कर रहे हैं ये अफसर

IAS Officer Sriram Venkitaraman Story: जब साल 2012 में श्रीराम ने दूसरा अटेंप्ट दिया तो उनका सेलेक्शन हो गया. श्रीराम वेंकटरमन अपने बैच के सेकेंड टॉपर रहे हैं. हालांकि बाद में श्रीराम वेंकटरमन ने फुलब्राइट स्कॉलरशिप के साथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एमपीएच किया.

IAS Story: 6 दिन में चली गई थी इस IAS की कलेक्टरी, जानिए अब क्या कर रहे हैं ये अफसर

Sriram Venkitaraman Posting: श्रीराम वेंकटरमन का जन्म 28 नवंबर 1986 को पनाम्पिल्ली नगर, कोच्चि केरल में हुआ था. श्रीराम के पिता पीआर वेंकटरमन एक रिटायर जूलॉजी प्रोफेसर हैं और एक कैरियर कंस्लेटंट भी हैं. इनकी मां राजम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में काम करती हैं. IAS श्रीराम वेंकटरमन की पढ़ाई की बात करें तो साल 2004 में विद्या मंदिर-गिरिनगर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. साल 2010 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से एमबीबीएस किया. एमबीबीएस करने के बाद श्रीराम चंद्र भांजा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कटक से जनरल मेडिसिन में एमडी किया.

इतनी पढ़ाई करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी. जब श्रीराम ने पहली बार यूपीएससी का एग्जाम दिया तो उनका सेलेक्शन नहीं हुआ. इसके बाद जब साल 2012 में दूसरा अटेंप्ट दिया तो उनका सेलेक्शन हो गया. श्रीराम वेंकटरमन अपने बैच के सेकेंड टॉपर रहे हैं. हालांकि बाद में श्रीराम वेंकटरमन ने फुलब्राइट स्कॉलरशिप के साथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एमपीएच किया.

3 अगस्त 2019 को वेंकटरमन को भूमि सर्वेक्षण विभाग के निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के दो दिन बाद, उन्हें नशे में ड्राइविंग कार दुर्घटना में शामिल होने के कारण सरकारी सेवा से सस्पेंड कर दिया गया था, जिसके बाद केरल के एक सीनियर पत्रकार की मौत हो गई थी. श्रीराम और उनके दोस्त की कार में जा रहे थे. उन्हें छह महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था और मार्च 2020 में उन्हें बशीर के परिवार के विरोध के बीच स्वास्थ्य विभाग में बहाल कर दिया गया और स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभाग, केरल में संयुक्त सचिव बने. बाद में उन्हें अलप्पुझा जिले के जिला कलेक्टर नियुक्त किया गया.

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में बहाली को उचित ठहराया. केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स और केरल मुस्लिम जमात जैसे कई संगठनों ने विरोध किया, जिसके बाद उन्हें 1 अगस्त, 2022 को महाप्रबंधक केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया.

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