Kunal Khemu Films: कुणाल खेमू बॉलीवुड के उन एक्टरों में से हैं, जिन्हें कुछ और मौके मिलने चाहिए थे. लेकिन बॉलीवुड की खेमेबाजी उनके साथ न्याय नहीं कर पाई. बावजूद इसके उन्होंने अपनी फिल्मों में बताया कि वह इमोशनल से लेकर कॉमेडी तक जबर्दस्त काम कर सकते हैं. हाल में वह जी5 (Zee5) पर फिल्म कंजूस मक्खीचूस में नजर आए थे.
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Kunal Khemu Career: कुणाल खेमू उन अभिनेताओं से हैं, जिन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने दूरदर्शन के सीरियल गुल गुलशन गुलफाम से शुरुआत की और भट्ट कैंप की फिल्मों सर, राजा हिंदुस्तानी, जख्म, हम हैं राही प्यार के और दुश्मन जैसी फिल्मों में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया. भट्ट कैंप ने ही उन्हें 2005 में फिल्म कलयुग से लॉन्च किया और उसके बाद कुणाल ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. बतौल हीरो अपने लगभग 18 साल के करियर में कुणाल ने दो दर्जन से ज्यादा फिल्मों में काम किया और अपनी अलग पहचान बनाई. आज 25 मई को वह अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं. उन्होंने फिल्मों में अलग-अलग भूमिकाएं की और तारीफें पाईं. एक नजर उन फिल्मों पर, जिनके किरदारों और परफॉरमेंस की वजह से दर्शक कुणाल खेमू को याद रखते हैं.
कलयुग (2005) में कुणाल: फिल्म कलयुग में कुणाल का नाम कुणाल धर था. यह एक सीरियस रोल था, जिसमें उन्होंने आती ही अपनी मौजूदगी का एहसास करा दिया था. उन्होंने पोर्नोग्राफी की अंधेरी दुनिया में उलझे एक परेशान युवक का किरदार निभाया था. इस रोल में उनके परफॉरमेंस की भावनात्मक गहराई की सबने सराहना की थी.
गोलमाल 3 (2010) और गोलमाल अगेन (2017) में लक्ष्मण: कुणाल खेमू ने गोलमाल सीरीज में लक्ष्मण के किरदार से लोगों को खूब एंटरटेन किया. इस कॉमेडी में वह लोगों के फेवरेट किरदारों में से एक हैं. कुणाल की कॉमिक टाइमिंग और सहजता से चुटकुले सुनाने की क्षमता ने उन्हें दर्शकों का खूब प्यार दिलाया.
मलंग (2020) में माइकल: फिल्म मलंग में कुणाल खेमू द्वारा निभाए गए इंस्पेक्टर माइकल के रोल ने अभिनेता के रूप में उनकी बढ़ी हुई रेंज को प्रदर्शित किया. फिल्म में, उन्होंने ऐसे पुलिसवाले का रोल निभाया जो सिलसिलेवार हत्याओं को रोकने के मिशन पर होते हुए अपने अंदर की राक्षसी भावनाओं से जूझ रहा है. यह एक जटिल किरदार था, जिसे उन्होंने खूबसूरती से निभाया.
लूटकेस (2020) में नंदन कुमार: लूट केस में नंदन कुमार बने कुणाल खेमू ने फिर साबित किया कि कॉमिक टाइमिंग के वह माहिर खिलाड़ी हैं. फिल्म ऐसे आदमी की कहानी थी, जिसे एक रात नोटों से भरा सूटकेस मिल जाता है. उसे लगता है कि अब उसके जीवन के संकट खत्म हुए. परंतु तभी अंडरवर्ल्ड बदमाश से लेकर पुलिस और नेता तक को वह अपने पीछे पाता है. आम आदमी की जिंदगी की ट्रेजडी को कुणाल खेमू ने फिल्म में खूबसूरती से पर्दे पर उतारा.