Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में रविवार को 31 नक्सली एनकाउंटर में मारे गए है. हालांकि, इस मुठभेड़ में बालोद का एक जवान भी शहीद हो गया. जवान 10 साल पहले ही एसटीएफ में भर्ती हुआ. घर में उसकी पत्नी और दो बेटियां और बूढ़े मां-बाप का रो-रोककर बुरा हाल है.
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CG News: बालोद जिले के डोंडी ब्लॉक के ग्राम पेंडरवानी से दुखद खबर सामने आ रही है, जहां 33 वर्षीय STF जवान वासित रावटे नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. जिला बीजापुर के नेशनल पार्क एरिया कमेटी क्षेत्रांतर्गत जंगल में डीआरजी, एसटीएफ एवं बस्तर फाईटर की संयुक्त पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. आपको बता दें कि जैसे ही शाम को ग्राम फागुनदाह में यह खबर पहुंची तो गांव में मातम पसर गया. सभी परिजन शहीद के घर एकत्र हो गए.
शहीद ने अपने पीछे अपनी दो बेटियों, पत्नी और मां बाप को छोड़ दिया है. 10 साल पहले उसने नौकरी ज्वाइन की थी. शहीद के भाई उत्तम कुमार ने बताया कि शाम को जब पहली खबर आई तो उनके अधिकारियों ने बताया कि भाई को गोली लगी है उस दौरान मैं बाहर गांव जा रहा था. फिर थोड़ी देर बाद फिर से फोन आया तो बताए कि मेरा भाई शहीद हो गया है जिसके बाद मैं गांव पहुंचकर सभी अपने परिजनों को एकत्र कर इसकी जानकारी दी. गांव में सभी दुखी हैं मेरा भाई एकदम सीधा सादा था लेकिन हमें अपने भाई पर आज गर्व है उनके भाई ने बताया कि जिला पुलिस के अधिकारी भी जानकारी देने आए थे. बस हम सब अपने भाई को अंतिम बार देखने का इंतजार कर रहे हैं.
बेचैनी में गुजर रही रात
शहीद वासित के घर में दोस्त यार भाई सभी इकट्ठे हैं. रात बेचैनी में उनकी गुजर रही है. अलाव जलाकर सभी एक दूसरे से दुख बांट रहे हैं. वासित के दोस्त ने बताया कि हम साथ स्कूल जाते थे खेलते थे हम किसान बन गए और वो जवान पर आज जो खबर मिली उनसे हम स्तब्ध हैं. उसने जल्दी आने का वादा किया था. हमने नहीं सोचा था कि हमारा भाई तिरंगे में लिपट कर आएगा. गांव के अन्य युवा भी जल शहादत में रैली निकालने वाले हैं गांव वालों ने बताया हमें गर्व है कि हमारा भाई कई नक्सलियों को मारकर शहीद हुआ है.