Property Tax Defaulter List: सतना नगर निगम ने सम्पती कर वसूली के लिए नया तरीका निकाला है. सालों से सम्पत्ति कर न देने वाले शहर के बड़े बकायेदारों के नाम की लिस्ट निगम ने मुख्य चौराहों और तिराहों में होर्डिंग पर चिपका दी. इससे संपत्ति कर न देने वाले 40 से ज्यादा रसूखदारों की छीछालेदर हो रही है.
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MP News: सतना नगर निगम (Satna Nagar Nigam) ने जनता से टैक्स वसूली का नायाब तरीका निकाला है. निगम लोगों को सार्वजनिक तौर पर बेइज्जत कर के उन्हें टैक्स भरने के लिए मजबूर करना चाह रही है. इसके लिए निगम ने सम्पत्ति कर जमा न करने वाले लोगों (Property Tax Defaulter List) के नाम, पता और बकाया कर की राशि की लिस्ट शहर के मुख्य चौराहों और तिराहों पर चस्पा कर दिए हैं. इतना ही नहीं ये लिस्ट बड़े बड़े होर्डिंग पर लगाए गए हैं. लिस्ट की बात सामने आते ही शहर में खलबली मच गई है. शहर के 40 से ज्यादा रसूखदारों की जमकर बदनामी हो रही है.
शहर के रसूखदारों की छीछालेदर हो रही
सतना नगर निगम ने सम्पती कर वसूली के लिए बड़ा कदम उठाया है. सालों से सम्पत्ति कर न देने वाले बड़े बकायेदारों के नाम को नगर निगम ने सार्वजनिक करने के लिए शहर के मुख्य चौराहों और तिराहों में होर्डिंग पर चिपका दिए. इसके बाद संपत्ति कर न देने वाले 43 रसूखदारों और व्यापारियों की जमकर छीछालेदर हो रही है. इन 43 बकायादारों पर नगर निगम का करीब तीन करोड़ 43 लाख का संपत्ति कर बकाया है. पहले चरण में नगर निगम ने 5 लाख से ज्यादा का कर बकाया होने वालों को चिन्हित कर ये कदम उठाया है और एक हफ्ते में सम्पत्ति कर जमा न करनें पर उनकी सम्पत्ति कुर्क करने का नोटिस भी चस्पा किया है.
टैक्स जमा न करने पर सम्पत्ति होगी कुर्क
सतना शहर में निगम का सम्पत्ति कर जमा न करने वाले डिफाल्टर करदाताओं की जमकर किरकिरी हो रही. नगर निगम में पहली बार ठोस कार्रवाई की है. 5 लाख से ज्यादा की बकाया राशि वाले करदाताओं को पहले चरण में चिन्हित किया गया. ऐसे 43 करदाताओं के नाम और कर की राशि को होर्डिंग पर लगाकर सार्वजनिक कर दिया. शहर के मुख्य चौराहों पर ये होर्डिंग लगाए हैं. निगम प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. अन्य बकायादार जो सालों से सम्पत्ति कर जमा करने में आनाकानी कर रहे थे, अब निगम कार्यालय पहुंच कर सम्पत्ति कर जमा कर रहे. निगम प्रशासन की मानें तो पहले चरण में पांच लाख से ज्यादा की राशि के बकायादार वाले करदाताओं को चिन्हित किया गया है और जमा न करने पर सम्पत्ति कुर्क होगी. इसके बाद अन्य करदाताओं को चिन्हित किया जाएगा.