आसमान में बना 30 साल बाद 23 जनवरी को अद्भुत नजारा देखने को मिला. उज्जैन स्थित जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक ने कहा कि शुक्र, शनि और चंद्रमा तीनों ग्रह की युति बिना किसी यंत्र के आसानी से देखा गया.
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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: देश भर में 23 जनवरी सोमवार शाम सूर्यास्त होते ही खगोलीय घटना देखने को मिली. जिसे उज्जैन के जीवाजी वैध शाला से लोगों ने टेलीस्कोप के माध्यम से करीब से देखा. हालांकि वैध शाला के अधीक्षक अनुसार ये घटना बिना टेलीस्कोप के भी आसानी से आसमान में नजर आई. जिसमें तीन ग्रहों की युति दिखाई दी. इस दौरान शुक्र, शनि व चंद्रमा एक साथ नजर आए.
30 साल बाद बना ऐसा संयोग
माना जा रहा है ये संयोग 30 साल बाद बना है. वहीं ये योग द्वितीया तिथि पर सायना गणना के अनुसार चंद्रमा कुंभ राशि में 27अंश 2 कला और उसकी क्रांति 16 अंश 59कला दक्षिण दिखाई दी है. वहीं शुक्र ग्रह कुंभ राशि में 25 अंश 13 कला, उसकी क्रांति 14 अंश 29 कला दक्षिण पर रही. शनि ग्रह भी कुंभ राशि में 24अंश 50 कला उसकी क्रांति 14 अंश 25 कला दक्षिण रही और इसी तरह हम देख पाए की चंद्रमा के पास सूर्य और शुक्र ग्रह एक ही राशि में अत्यंत पास पास नजर आए.
करीब 1 घंटे 30 मिनट दिखी खगोलीय घटना
आपको बता दें कि घटना को शाम 06 बजे कर 08 मिनट पर सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में हसिये के आकार में चंद्रमा को देखा गया. चंद्रमा के ठीक नीचे थोड़ा दक्षिण की और लट्टू के समान चमकता हुआ शुक्र ग्रह दिखाई दिया. शुक्र ग्रह के ठीक नीचे और कम चमकदार शनि ग्रह को लोगों ने देखा. इसी दिन चंद्रमा शाम 7 बज कर 54 मिनट पर अस्त हुआ. इस पूरी खगोलीय घटना को आम जन लगभग 1 घंटे 30 मिनट अच्छी तरह देख पाए.
बता दें कि 23 जनवरी सोमवार की शाम को आसमान में बेहद सुंदर नजारा देखने को मिला. अक्सर ग्रहों की युति होती है. किंतु उसे देखा नहीं जा सकता. लेकिन आज शुक्र, चंद्रमा और शनि की युति को लोग खुले आसमान में बिना चश्में और बिना किसी टेलीस्कोप के देखें.
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