बूंदी जिले के हिंडोली कस्बे में पुराने हाइवे 12 के दोनों तरफ बने पानी के निकासी के नालों की सफाई एक दशक से ज्यादा समय गुजरने के बाद भी नहीं हो पाई, जिसके चलते नाले कचरे से ठसाठस भरे हुए है.
Trending Photos
Bundi: बूंदी जिले के हिंडोली कस्बे में पुराने हाइवे 12 के दोनों तरफ बने पानी के निकासी के नालों की सफाई एक दशक से ज्यादा समय गुजरने के बाद भी नहीं हो पाई, जिसके चलते नाले कचरे से ठसाठस भरे हुए है. हल्की बरसात में ही नालों का गंदा पानीऔर कचरा सड़क पर आ जाता है. जिससे राहगीरों का सड़क पर चलना मुशकिल हो जाता है.
यह भी पढ़ें- Jaisalmer: बाइक पर सवार होकर आए 3 युवक, और कर दी फायरिंग, इलाके में मचा हड़कंप
नालों की सफाई नहीं होने का दूसरा कारण नालों पर पक्का निर्माण भी है. हाइवे के दोनों तरफ बने नालों पर धीरे धीरे पक्के निर्माण हो गए है. अब ऐसे में सफाई अभियान फेल हो गए है. हर साल ग्राम पंचायत और सार्वजनिक निर्माण विभाग के जरिए नोटिस भेजकर नालों से अतिक्रमण हटाने की बात की जाती है लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते नालों की सफाई का कार्य अटक गया है.
पिछले गुरुवार को पंचायत समिति परिसर में हुई साधारण सभा की बैठक में भी नालों की सफाई का मुद्दा छाया रहा. विकास अधिकारी मोहनलाल मीणा,एसडीएम अमित चौधरी ने ग्राम पंचायत हिंडोली को पाबंद करते हुए 3 दिनों में नालों की सफाई व मरम्मत के आदेश दिए.
साथ ही प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था लेकिन, 3 दिन गुजरने के बाद भी अभी तक ग्राम पंचायत की तरफ से नालों की सफाई व मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए.
ऐसे में मानसून दस्तक देने वाला है और अगर कस्बे में नालों की सफाई नहीं हुई तो, कस्बेवासियों को बरसात के मौसम में एक बार फिर गंभीर समस्या का सामना करना पड़ेगा. मानसून की पूर्व बारिश के चलते हालात लगातार खराब होते जा रहे है. नालों में पानी भरने की समस्या से मौसमी बीमारियों के बढ़ने की चिंता जिला स्वास्थ्य विभाग को होने लगी है इस समस्याओं के समाधान के लिये ग्रामीण लगातार शिकायत पर शिकायत किये जा रहे है.
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें