Rajasthan News: राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा इलाके से एक तस्वीर सामने आई, जिसको देखा ऐसा लग रहा है कि यहां बर्फबारी हो रही है. इससे बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों को भी सांस लेने में ज्यादा परेशानी होने लगी है.
Trending Photos
Rajasthan News: फोटो में दिख रहा है यह नजारा कोई कश्मीर की बर्फबारी का नहीं बल्कि राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा इलाके में स्थित गिट्टी क्रेशर प्लांट से निकलने वाली डस्ट का है. इन प्लांट के ऊपर और प्लांट के आसपास स्थित मकानों और पेड़ पौधों पर जमकर डस्ट जम रही है.
इस डस्ट की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है तो वहीं कई लोग इस डस्ट की वजह से बीमार भी पड़ रहे हैं. इन गिट्टी क्रेशर प्लांट से निकलने वाली डस्ट की वजह से स्थानीय लोग बिमारी की चपेट में आ रहे हैं. बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों को भी सांस लेने में ज्यादा परेशानी होने लगी है.
खुलकर सांस नहीं लेने की वजह से यहां के लोग अब तिलतिल मरने को मजबूर हो रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी कहीं पर भी सुनवाई नहीं हो रही है. गिट्टी क्रेशर प्लांट से निकलने वाली डस्ट यानि धूल मिट्टी हमारे घर में घुस रही है, हम खुलकर सांस भी नहीं ले पा रहे हैं.
लोगों ने बताया कि हालात यह है कि हम छतों पर नहीं जा पा रहे हैं. छतों पर कपड़े भी नहीं सुखा पाते हैं. 10 से 15 मिनट तक बाहर या छत पर रुकते हैं तो पूरी तरह से डस्ट में भर जाते हैं, तो वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ज़ी मीडिया द्वारा चारों तरफ देखा गया तो पर्यावरण को पूरी तरह से प्रदूषित किया जा रहा है.
पेड़ पौधे हरे की वजह पूरे के पूरे सफेद नजर आ रहे थे. हाल यह था कि इन पेड़ पौधे के पत्तों को कोई भी पशु भी नहीं खा रहा तो वहीं पास में देखा गया कि गायों भैसों को इस डस्ट से बचाने के लिए हरा तिरपाल लगाया हुआ था. जब उसको करीब से देखा और लोगों द्वारा उसे झाड़ने का प्रयास किया तो उसमें से दुनियाभर की डस्ट निकलने लगी.
लोगों ने कहा है कि जिला कलेक्ट्रेट में कई बार अपनी समस्या से अवगत करवा चुके हैं लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है, तो वहीं छोटे-छोटे स्कूली बच्चे बताते हैं कि हमारे पेट में धूल जम रही है. इस डस्ट की वजह से हमें खांसी हो रही है. यहां की महिलाओं ने कहा कि कॉलोनीवासियों को लगभग हर आधे घंटे में साफ-सफाई करनी पड़ रही है.
वहीं, जब इस मामले को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो जानकारी प्राप्त हुई कि मामले को लेकर कमेटी का गठन किया हुआ है और कमेटी जल्द ही राजसमंद कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंपेगी. जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ कार्रवाई संभव होना बताया जा रहा है. वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि इन गिट्टी क्रेशर प्लांट मालिकों को नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं. फिलहाल अब यह देखना है कि स्थानीय लोगों को इस समस्या से कब तक राहत मिल पाएगी या फिर यूं ही यह स्थानीय लोक तिल तिल मरने को मजबूत होते रहेंगे.
यह भी पढ़ेंः
बेटी के घर जा रही थी 75 साल की वृद्ध महिला, रास्ते में युवक ने जबरन पकड़कर किया रेप
9 फरवरी से राजस्थान में बढ़ेगा पश्चिमी हवाओं का असर, एक बार फिर मौसम मारेगा पलटी