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Sidhu Moosewala murder case: पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला के हाई प्रोफाइल मर्डर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मर्डर की हर एक गुत्थी को सुलझा लिया है. आरोपियों से पूछताछ में कई ऐसी बातें सामने आई हैं, जिसे सुनकर पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए. आरोपियों खुलासा किया है कि किसी भी हाल में सिद्धू मूसेवाला को मारना ही था. आइये आपको बताते हैं इस हत्याकांड की प्लानिंग से लेकर इसे अंजाम तक पहुंचाने की हर एक कड़ी के बारे में.
हत्या के लिए बनाए थे कई प्लान
सिंगर मूसेवाले की हत्या का खुलासा करने के लिए कई राज्यों की पुलिस लंबे समय से जुटी हुई थी. लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में सफलता हासिल की है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए कई प्लान तैयार किए गए थे. आरोपियों ने पुलिस की वर्दी में मूसेवाला को मारने का प्लान भी बनाया था.
आरोपियों ने खरीदी पुलिस की वर्दी
जेल में बंद लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ हर हाल में मूसेवाला को मारना चाहते थे. वो भी ऐसी मौत जिसकी चर्चा सुर्खियों में छा जाए. शूटर लगातार सिद्धू मूसेवाला के घर की रेकी कर रहे थे. लेकिन सिद्धू के आस-पास काफी सुरक्षा थी. लिहाजा कनाडा में बैठे गोल्डी ने प्रियव्रत को पुलिस की वर्दी में हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कहा था. प्रियव्रत और बाकी शूटरों ने पुलिस की वर्दी भी खरीद ली थी. लेकिन 29 मई को जब पता चला कि सिद्धू बिना सुरक्षा के घर से निकला है, तो सड़क पर घेर कर हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
कैसे शूटरों तक पहुंची पुलिस?
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला को मारने के आरोपी शूटर प्रियव्रत फौजी का सुराग जेल से मिला था. मूसेवाला को गोली मारने वाले प्रियव्रत फौजी का सुराग जेल में बंद एक बदमाश ने दिया था. दरअसल दिल्ली पुलिस की टीम तमाम जेलों में जाकर बामदशों से पूछताछ कर रही थी. उसी दौरान जेल में बंद एक बदमाश ने इस हत्याकांड को लेकर टिप दी. बदमाश से मिली टिप पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने काम करना शुरू कर दिया. जांच को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली पुलिस की टीम गुजरात के मुंद्रा पहुंची. यहां से पुलिस ने दो शूटर समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया.
मूसेवाला को ग्रेनेड से उड़ाने का था प्लान
विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ), एच.एस. धालीवाल के मुताबिक आरोपियों ने तय किय था कि अगर बंदूकें काम नहीं करतीं तो मूसेवाला को मारने के लिए ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाता. धालीवाल ने बताया कि हमने एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर के साथ आठ ग्रेनेड बरामद किए हैं. ग्रेनेड लॉन्चर को एके -47 असॉल्ट राइफल्स पर लगाया जा सकता है. पुलिस को ग्रेनेड के अलावा नौ इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 20 राउंड के साथ एक असॉल्ट राइफल, 30 बोर की तीन अत्याधुनिक स्टार पिस्टल, 7.62 एमएम स्टार पिस्टल के 36 राउंड और एके सीरीज असॉल्ट राइफल के कुछ हिस्से भी मिले हैं.
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