भूकंप से दहला तुर्की और सीरिया, पाकिस्तान ने भेजी राहत सामग्री, अमेरिका बोला- संकट में हम साथ
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भूकंप से दहला तुर्की और सीरिया, पाकिस्तान ने भेजी राहत सामग्री, अमेरिका बोला- संकट में हम साथ

Earthquake in Turkiye and Syria: संकट की इस घड़ी में दुनिया भर के देश तुर्की को मदद भेज रहे हैं. इस कड़ी में पाकिस्तान भी शामिल हो गया है. पाकिस्तान ने मंगलवार को राहत सामग्री के साथ-साथ 50 सदस्यों वाली राहत-बचाव टीम को भी तुर्की के लिए रवाना किया. 

भूकंप से दहला तुर्की और सीरिया, पाकिस्तान ने भेजी राहत सामग्री, अमेरिका बोला- संकट में हम साथ

Pakistan dispatches Relief Fund for Turkiye: कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान ने तुर्की के भूकंप पीड़ित लोगों के लिए बड़ा दिल दिखाया है. आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने तुर्की को राहत सामग्री की पहली खेप भेजी है. इस बात की जानकारी पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने दी है. दरअसल, तुर्की और सीरिया के बॉर्डर इलाकों में आए विनाशकारी भूकंप की वजह से 7700 लोगों की मौत हो चुकी है और इस संख्या में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है.

संकट की इस घड़ी में दुनिया भर के देश तुर्की को मदद भेज रहे हैं. इस कड़ी में पाकिस्तान भी शामिल हो गया है. पाकिस्तान ने मंगलवार को राहत सामग्री के साथ-साथ 50 सदस्यों वाली राहत-बचाव टीम को भी तुर्की के लिए रवाना किया. 

7.8 तीव्रता के भूकंप से दहला तुर्की
तुर्की और सीरिया में सबसे पहले 7.8 तीव्रता का भूकंप आया. इसके बाद कई और भयानक झटके लगे. इन झटकों की वजह से शहर के शहर तबाह हो गए. हजारों घर मिट्टी में मिल गए. वहीं, राहत-बचाव दल के लोग मलबे में बचे लोगों को खोजने में लगे हुए हैं. करीब 25 हजार जवान इस काम में लगे हैं.

भूकंप से हुई तबाही के कारण 3.8 लाख लोगों ने मजबूर होकर अपना घर छोड़ दिया है और होटल व आश्रय स्थलों में जगह ली है. इस भूकंप की वजह से 6 हजार से ज्यादा इमारतें ढह गई हैं. वहीं, सिर्फ तुर्की में 8 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक निकाला जा चुका है.

200 भूकंप के झटके
माइनस में तापमान और 200 से ज्यादा भूकंप के झटको को झेलने वाले लोगों को सुरक्षित जगह तक पहुंचाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही दीवारों के नीचे फंसे लोगों को निकालने में भी काफी दिक्कत हो रही है. वहीं, सीरिया में आए भूकंप के बाद मची तबाही से लोगों को बचाने के लिए डॉक्टर और राहत-बचाव दल के लोग 24-24 घंटे काम कर रहे हैं.

जान बचाने के लिए लोगों ने घर छोड़कर खेल के मैदान और सड़कों पर ठहरने का फैसला किया है. जमा देने वाली ठंड में सड़क पर रहने को मजबूर लोगों के लिए ये दोहरी आफत से कम नहीं है.

मदद को आए कई देश
तुर्की की मदद के लिए भारत और पाकिस्तान समेत दुनिया भर के कई देश आगे आए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति ने नाटो के सहयोगी देश तुर्की की मदद के लिए राहत-बचाव दल भेज रहा है. तुर्की और सीरिया के अंदर करीब 330 किलोमीटर के इलाके में भूकंप से तबाही मची हुई है. इमारतें ध्वस्त हो गई है.

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