Sanatan Paramprayein: बड़ों के पैर छूना हमारी संस्कृति का एक अहम हिस्सा है. इसके जरिए बड़ों के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 5 ऐसे लोग हैं, जिनके पैर भूलकर भी नहीं छूने चाहिए वरना आप पाप के भागी बन जाएंगे.
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Whose Feet We Should not Touch: सनातन धर्म में बड़े-बुजुर्गों और सम्मानित व्यक्तियों के पैर छूना उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने का तरीका माना जाता है. इससे किसी व्यक्ति के संस्कार और लालन-पालन का पता चलता है. अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उसे अशिष्ट माना जाता है. लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि हमें कुछ लोगों के भूलकर भी पैर नहीं छूने चाहिएं. ऐसा करने से हम पुण्य के नहीं बल्कि पाप के भागी बन जाते हैं. आइए जानते हैं कि हमें किन लोगों के पैर नहीं छूने चाहिए.
हमें किन लोगों के पैर नहीं छूने चाहिए?
मंदिर में न छुएं किसी के पैर
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, यदि आप मंदिर गए हों और वहां पर कोई बड़े-बुजुर्ग या श्रेष्ठ व्यक्ति मिल जाए तो कभी भी उसके पैर नहीं छूने चाहिए. इसकी वजह ये है कि उस धर्म स्थान में केवल ईश्वर ही सर्वश्रेष्ठ होते हैं. ऐसे में यदि उनके सामने किसी अन्य के चरण छूते हैं तो इसे ईश्वर का अपमान माना जाता है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को भूलकर भी अपने मामा के पैर नहीं छूने चाहिए. यह परंपरा तब से चली आ रही है, जब जब से भगवान श्री कृष्ण ने अपने मामा कंस का वध किया था. इसके बाद से मामा के पैर छूना गलत माना जाने लगा. आपको भी इस परंपरा का पालन करना चाहिए.
कुंवारी कन्या से न छुआएं अपने पैर
ग्रंथों में कुंवारी कन्या को देवी का स्वरूप माना गया है. ऐसे में कभी भी किसी कुंवारी कन्या से अपने पैर नहीं छुआने चाहिए और न ही उसे अपने पैर धुलवाने चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागी बन जाता है और उसके सारे पुण्य पानी में बह जाते हैं.
सनातन धर्म में किसी भी सोते हुए या लेटे हुए व्यक्ति के पैर छूने की मनाही की गई है. कहते हैं कि लेटे हुए अवस्था में पैर केवल मृतक के ही छुए जाते हैं. ऐसे में यदि आप किसी सोते हुए व्यक्ति के पैर छू रहे हैं तो इसका अर्थ होता है कि आप उसे मृत मान रहे हैं, जो कि एकदम गलत होता है.
दामाद को ससुर के पैर नहीं छूने चाहिए
शास्त्रों में दामाद को ससुर के पैर छूना वर्जित माना गया है. यह नियम तब से चला आ रहा है, जब माता सती के यज्ञ में स्वयं को भस्म कर लेने के बाद क्रोधित भगवान शिव ने अपने ससुर राजा दक्ष का सिर काट लिया था. तब से दामाद का अपने ससुर का पैर छूना गलत माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)