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Navgrah Dosh Remedies: ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के आने वाले भविष्य के बारे में पहले से ही जाना जा सकता है. साथ ही, अनचाही घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है. अगर व्यक्ति के जीवन में समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं, तो ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों की शांति के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. अगर इन उपायों को कर लिया जाए, तो व्यक्ति के जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव को कम किया जा सकता है. इतना ही नहीं, जीवन में आने वाली समस्याओं को कम किया जा सकता है.
ज्योतिष शास्त्र में नवग्रह दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. इनमें से एक है नहाने के पानी में कुछ चीजें मिलाकर स्नान करने से लाभ होता है. आइए जानें किस ग्रह की शांति के लिए क्या उपाय किए जाते हैं.
सूर्य ग्रह- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रह के प्रभावों से बचने के लिए नहाने के पानी में लाल रंग के फूल, इलायची, केसर, और गुलहठी मिलाकर स्नान करें.
चंद्रमा- वहीं, चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए नहाने के पानी में सफेद चंदन, सफेद सुगंधित फूल, गुलाब जल या शंख में जल भरकर स्नान करें.
मंगल ग्रह- मंगल के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए नहाने के पानी में लाल चंदन, बेल की छाल, गुड़ मिलाकर नहाने से लाभ होता है.
बुध ग्रह- बुध के प्रभावों को कम करने के लिए नहाने के पानी में जायफल, शहद, चावल मिलाएं.
बृहस्पति ग्रह- कुंडली में बृहस्पति के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए नहाने के पानी में पीली सरसों, गूलर और चमेली के फूल मिलाएं.
शुक्र ग्रह- कुंडली में शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव कम करने के लिए पानी में गुलाब जल, इलायची और सफेद फूल डालकर स्नान करने से लाभ होगा.
शनि ग्रह- पानी में काली तिल, सौंफ, सुरमा या लोबान मिलाकर स्नान करने से शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं.
राहु- नहाने के पानी में कस्तूरी, लोबान मिलाकर नहाने से राहु के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है.
केतु- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए नहाने के पानी में लोबान, लाल चंदन मिलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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