ICC CT: उस समय टूर्नामेंट की मेजबानी भारत को करनी थी लेकिन टैक्स छूट न मिलने के कारण इसे श्रीलंका स्थानांतरित कर दिया गया. इस टूर्नामेंट की खास बात यह थी कि पहली बार सभी आईसीसी सदस्य देशों की टीमें श्रीलंका में खेलने आई थीं.
Trending Photos
Champions Trophy 2002: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है. लेकिन टीम इंडिया अपने मुकाबले यूएई में खेलेगी. इन सबके बीच हम चैंपियंस ट्रॉफी के कुछ रोचक किस्से लेकर आए हैं.आइए चैंपियंस ट्रॉफी के तीसरे संस्करण की बात करते हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का आयोजन श्रीलंका में किया गया था. यह इस टूर्नामेंट का तीसरा संस्करण था जिसे पहले आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के रूप में जाना जाता था. शुरुआत में इस टूर्नामेंट की मेजबानी भारत को करनी थी लेकिन टैक्स छूट न मिलने के कारण इसे श्रीलंका स्थानांतरित कर दिया गया. इस टूर्नामेंट की खास बात यह थी कि पहली बार सभी आईसीसी सदस्य देशों की टीमें श्रीलंका में खेलने आई थीं.
टूर्नामेंट का प्रारूप और टीमों का विभाजन
उस समय कुल 12 टीमों ने भाग लिया, जिनमें 10 टेस्ट खेलने वाले देश, वनडे टीम का दर्जा प्राप्त केन्या और 2001 आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली नीदरलैंड की टीम शामिल थी. टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया था. जिनमें से प्रत्येक में तीन-तीन टीमें थीं. हर ग्रुप में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाली टीम को सेमीफाइनल में जगह मिली.
भारत और श्रीलंका ने सेमीफाइनल में मारी बाजी
पहले सेमीफाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले में 10 रन से हराया. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 261 रन बनाए. जिसमें युवराज सिंह (62), वीरेंद्र सहवाग (59) और राहुल द्रविड़ (49) ने अहम योगदान दिया. जवाब में दक्षिण अफ्रीका 192/1 के स्कोर तक मजबूत स्थिति में था लेकिन गिब्स के रिटायर हर्ट होते ही टीम बिखर गई और 10 रन से मैच हार गई. दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराया. मुथैया मुरलीधरन और अरविंदा डि सिल्वा की शानदार गेंदबाजी के चलते ऑस्ट्रेलिया केवल 162 रन ही बना सकी. जिसे श्रीलंका ने आसानी से हासिल कर लिया.
फिर बारिश ने दो दिन कराया फाइनल
29 सितंबर को खेले गए फाइनल में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 244 रन बनाए. जयसूर्या और कुमार संगकारा ने अर्धशतक जड़ा, जबकि हरभजन सिंह ने तीन विकेट झटके. जवाब में भारत ने दो ओवर में बिना किसी नुकसान के 14 रन बनाए थे कि बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा और कोई नतीजा नहीं निकला. अगले दिन रिजर्व डे पर एक और मैच खेला गया, जिसमें श्रीलंका ने 222 रन बनाए. लेकिन भारत ने सिर्फ 8.4 ओवर में 38 रन ही बनाए थे कि फिर से बारिश आ गई और मैच को रद्द करना पड़ा. फिर दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया गया.
सहवाग और मुरलीधरन रहे टूर्नामेंट के स्टार खिलाड़ी
इस टूर्नामेंट में भारत के वीरेंद्र सहवाग ने सबसे ज्यादा रन बनाए. उन्होंने 4 मैचों में 271 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था. श्रीलंका के कप्तान सनथ जयसूर्या ने भी 254 रन बनाए. गेंदबाजी में श्रीलंका के स्पिनर मुथैया मुरलीधरन सबसे सफल रहे, जिन्होंने तीन मैचों में 10 विकेट झटके.
पहली बार ट्रॉफी दो टीमों को दी गई
नियमों के मुताबिक बताया गया कि नतीजा तभी निकल सकता है जब दूसरी पारी में कम से कम 25 ओवर का खेल पूरा हो. लगातार दो दिन बारिश के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका. जिससे टूर्नामेंट इतिहास में पहली बार ट्रॉफी दो टीमों को संयुक्त रूप से दी गई. भारत और श्रीलंका को संयुक्त विजेता घोषित किया गया.
इसे भी पढ़ें-
- चैंपियंस ट्रॉफी 2000: युवराज-जहीर का डेब्यू.. फाइनल में टीम इंडिया, फिर न्यूजीलैंड ने पलट दी बाजी
- 1998 में हुई थी पहली चैंपियंस ट्रॉफी.. तब नाम कुछ और था, भारत का प्रदर्शन कैसा था?