Sundar Pichai का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. जहां उन्होंने बताया कि आने वाले समय में ऐसी डिवाइसेस डेवलप की जाएंगी जो केवल आंख का स्कैन करके शरीर की हर बीमारी का पता लगा लिया करेंगी. पुराने वीडियो में सुंदर पिचाई कहते दिख रहे हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ऐसा संभव हो पाएगा.
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Social Media पर गूगल के CEO सुंदर पिचाई का एक पांच साल पुराना वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है. जहां उन्होंने बताया कि आने वाले समय में ऐसी डिवाइसेस डेवलप की जाएंगी जो केवल आंख का स्कैन करके शरीर की हर बीमारी का पता लगा लिया करेंगी. बता दें, एक समय था जब डॉक्टर बीमारी का पता करने के लिए नब्स दबाकर या फिर आंख या नाखून का रंग देखते थे. लेकिन मेडिकल साइंड में तरक्की हुई और बीमारियों का पता लगाने के लिए अलग-अलग तकनीक आईं. पुराने वीडियो में सुंदर पिचाई कहते दिख रहे हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ऐसा संभव हो पाएगा.
5 साल पुराना वीडियो हुआ वायरल
ट्विटर पर वायरल हुआ एक सुंदर पिचाई का एक वीडियो है, जो 2018 के गूगल IO इवेंट का है. इस वीडियो को पूर्व नेवी ऑफिसर और राइटर हरिंदर एस सिक्का ने ट्वीट किया है, उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'XRay, CTscan और MRI को गुड बाय. दिल की बीमारियों का पता आंख को स्कैन करके लगाया जा सकेगा. डॉक्टरों को अब शरीर के अंदर का क्लियर व्यू मिल सकेगा: सुंदर पिचाई.'
इस वीडियो में सुंदर पिचाई द्वारा बताया जा रहा है कि एआई (Artificial Intelligence) दुनिया के कई क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन ला सकता है. उन्होंने विशेष रूप से हेल्थकेयर को उदाहरण दिया है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पूरी तरह से परिवर्तन का कारक बन सकती है.
Good bye to CT Scan,MRI, Xray. Cardiovascular events can be predicted by eye scan.
Doctors can now get clear view of what is inside the body of a patient. Sundar Pichai, Google AI pic.twitter.com/bOq8VLnB2M— Harinder S Sikka (@sikka_harinder) June 18, 2023
ऐसे पता चलेगी बीमारी
वायरल वीडियो में सुंदर पिचाई द्वारा कहा जा रहा है, 'बीते साल हमने डायबेटिक रेटिनॉपैथी पर हमारा काम घोषित किया. इस समस्या के कारण कई लोग अंधापन का सामना करते हैं. हमने डीप लर्निंग का उपयोग करके एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है जिसके माध्यम से डॉक्टर समय पर यह समस्या पहचान सकते हैं. इसके बाद से हम भारतीय अस्पतालों में इस तकनीक का फील्ड ट्रायल कर रहे हैं. फील्ड ट्रायल सफल रह रहे हैं. जहां ट्रेन्ड डॉक्टरों की कमी होती है, हमारी तकनीक वहां काम कर रही है.'
इस वीडियो में पिचाई द्वारा बताया जा रहा है कि फील्ड स्टडी में हमारा AI सिस्टम डायबेटिक रेटिनॉपैथी के साथ-साथ अन्य मामलों पर भी अद्यतित जानकारी प्रदान करता है. इसके माध्यम से, एक आंख के स्कैन से व्यक्ति की आयु, बायोलॉजिकल सेक्स, धूम्रपान की आदत, उनका बीएमआई आदि जाना जा सकता है. साथ ही, स्कैन से यह भी पता लगाया जा सकता है कि अगले पांच साल में हार्ट अटैक की आशंका कितनी है.