Greenland: ग्रीनलैंड अमेरिका की विश लिस्ट में क्यों सबसे ऊपर, क्यों गड़ी ट्रंप की नजर, चीन-रूस तो वजह नहीं?
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Greenland: ग्रीनलैंड अमेरिका की विश लिस्ट में क्यों सबसे ऊपर, क्यों गड़ी ट्रंप की नजर, चीन-रूस तो वजह नहीं?

Greenland: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेनमार्क के स्वायत्त क्षेत्र ग्रीनलैंड को खरीदने की अपनी विवादित इच्छा फिर से जताई है. ट्रंप ने आत्मविश्वास से कहा कि मुझे लगता है कि हम इसे हासिल कर लेंगे.

Greenland: ग्रीनलैंड अमेरिका की विश लिस्ट में क्यों सबसे ऊपर, क्यों गड़ी ट्रंप की नजर, चीन-रूस तो वजह नहीं?

Greenland: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेनमार्क के स्वायत्त क्षेत्र ग्रीनलैंड को खरीदने की अपनी विवादित इच्छा फिर से जताई है. ट्रंप ने आत्मविश्वास से कहा कि मुझे लगता है कि हम इसे हासिल कर लेंगे. ग्रीनलैंड अपनी रणनीतिक स्थिति और प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है. यह ट्रंप की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है.

ग्रीनलैंड के लोग अमेरिका से जुड़ने के लिए उत्सुक?

एयर फोर्स वन में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि ग्रीनलैंड के 57,000 निवासी अमेरिका में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि यह दुनिया की स्वतंत्रता से जुड़ा मुद्दा है. ग्रीनलैंड का भविष्य अमेरिका से जुड़ा है क्योंकि हम ही स्वतंत्रता प्रदान कर सकते हैं.

डेनमार्क ने ट्रंप की पेशकश ठुकराई

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने ट्रंप के इस विचार को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि ग्रीनलैंड, ग्रीनलैंड के लोगों का है. इसका भविष्य तय करने का अधिकार केवल स्थानीय आबादी के पास है. डेनमार्क ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्रीनलैंड बिक्री के लिए नहीं है.

आर्थिक धमकियों का सहारा

ट्रंप ने डेनमार्क पर आर्थिक दबाव बनाने की कोशिश की, जिसमें निर्यात पर टैरिफ लगाने की धमकी शामिल थी. हालांकि, डेनमार्क ने इसे 'आक्रामक और खतरनाक' करार दिया. डेनमार्क के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि वह इस तरह की धमकियों को मान्यता नहीं देता.

ग्रीनलैंड का रणनीतिक महत्व

ग्रीनलैंड उत्तरी अमेरिका और यूरोप के बीच के सबसे छोटे मार्ग पर स्थित है. यह एक बड़े अमेरिकी अंतरिक्ष केंद्र का भी घर है. इसके अलावा ग्रीनलैंड में दुर्लभ खनिजों के विशाल भंडार हैं जो बैटरी और उच्च तकनीक वाले उपकरणों के निर्माण में उपयोगी हैं. यह द्वीप चीन और रूस के जहाजों पर नजर रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है.

डेनमार्क और ग्रीनलैंड का रुख

ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट एगेड ने भी स्पष्ट किया कि ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है. हालांकि वह ग्रीनलैंड की डेनमार्क से आजादी के समर्थक हैं. डेनमार्क और ग्रीनलैंड ने यह भी जोर दिया है कि वे नाटो सहयोगी अमेरिका के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखना चाहते हैं.

चीन और रूस.. ट्रंप की चिंता का कारण?

ट्रंप ने कहा है कि ग्रीनलैंड चीन और रूस के जहाजों पर नजर रखने के लिए एक रणनीतिक स्थान है. आर्कटिक क्षेत्र में चीन और रूस की बढ़ती गतिविधियों ने अमेरिका की चिंताओं को बढ़ा दिया है. ग्रीनलैंड पर अमेरिकी नियंत्रण इन गतिविधियों पर निगरानी रखने में मदद कर सकता है.

ग्रीनलैंड क्यों महत्वपूर्ण है?

ग्रीनलैंड अपनी रणनीतिक स्थिति, प्राकृतिक संसाधनों और आर्कटिक क्षेत्र में बढ़ते भू-राजनीतिक महत्व के कारण अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है. हालांकि, डेनमार्क और ग्रीनलैंड के रुख को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि ग्रीनलैंड पर ट्रंप की ख्वाहिश इतनी आसानी से पूरी नहीं होगी.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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