जंग के मैदान से WORLD EXCLUSIVE, पंजशीर में किसकी जीत; किसकी हार?
Advertisement
trendingNow1980285

जंग के मैदान से WORLD EXCLUSIVE, पंजशीर में किसकी जीत; किसकी हार?

Panshir War News: दावा किया जा रहा है कि तालिबान पंजशीर पर जीत के बहुत करीब है. तालिबान रेजिस्टेंस फ्रंट पर भारी पड़ रहा है. विरोधियों के आखिरी किले पर भी तालिबान की जीत जल्द हो सकती है.

पंजशीर युद्ध.

काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) की पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) से इस वक्त की जानकारी है कि तालिबान (Taliban) आमने-सामने की लड़ाई में रेजिस्टेंस फ्रंट पर भारी पड़ चुका है. पंजशीर की लड़ाई में तालिबान ने रेजिस्टेंस फ्रंट (Resistance Front) के प्रवक्ता फहीम दश्ती (Fahim Dashti) की हत्या कर दी है. तालिबान ने अहमद मसूद के करीबी रिश्तेदार जनरल वुदोद का भी कत्ल किया. पंजशीर में तालिबान के भारी पड़ने के बाद अहमद मसूद और पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह अज्ञात जगह पर छिप गए हैं.

  1. अज्ञात जगह पर छिपे अमरुल्लाह सालेह
  2. पंजशीर में भारी पड़ रहा तालिबान
  3. तालिबान ने बढ़ाईं NRF की मुश्किलें

तालिबान और NRF में छिड़ा युद्ध

पंजशीर में इसके अलावा और ताजा हालात क्या हैं? ये जानने के लिए ज़ी मीडिया संवाददाता अनस मलिक पंजशीर पहुंचे. जहां इस वक्त तालिबान और NRF में युद्ध छिड़ा है, वहां पहुंचकर उन्होंने साहसिक रिपोर्टिंग की. इससे पहले काबुल की हर तस्वीर, हर खबर भी अनस मलिक आपको वर्ल्ड एक्सक्लूसिव दे रहे थे.

ये भी पढ़ें- पंजशीर में NRF के प्रवक्ता फहीम दस्ती की हत्या, पाक एयरफोर्स के हमले का दावा

पंजशीर में खूनी संघर्ष जारी

पंजशीर, पिछले कई दिनों से आप इस जगह का नाम बार-बार सुन रहे होंगे. वो इलाका जहां तालिबान और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच खूनी संघर्ष जारी है. अफगानिस्तान के हालात पर ज़ी न्यूज़ ने आप तक हर खबर सबसे पहले पहुंचाई. संवाददाता अनस मलिक की साहसिक रिपोर्टिंग ने अफगानिस्तान में होने वाली हर घटना को आपकी स्क्रीन पर सबसे पहले दिखाया. फिर चाहे वो काबुल पर तालिबान का कब्जा हो, एयरपोर्ट पर आत्मघाती धमाका हो या तालिबान सरकार के ऐलान की खबर हो.

fallback

चारिकार पर तालिबान का कब्जा

पंजशीर के परवान प्रांत की राजधानी चारिकार है. चारिकार पर फिलहाल तालिबान का कब्जा है और पंजशीर पर कब्जे की लड़ाई में ये बेहद अहम किरदार निभा रहा है. पंजशीर में और आगे बढ़ते हुए संवाददाता अनस मलिक उस जगह पहुंचे, जिसे सोवियत टैंकों की कब्रगाह कहा जाता है. जी हां ये वो जगह थी जो 1980 से 1990 के बीच सोवियत के हमले और फिर उसकी वापसी की कहानी बताता है.

ये भी पढ़ें- हैरतअंगेज! Pilot ने 2 सुरंगों में उड़ाया प्लेन, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड; वीडियो वायरल

पंजशीर की ये चढ़ाई तालिबान के लिए कितनी मुश्किलों भरी रही होगी इसका अंदाजा आप यहां की पहाड़ियों से लगा सकते हैं. लेकिन तालिबान इस बार पंजशीर को जीतने की जिद पर अड़ा हुआ है. रविवार को आई खबरों के बाद ये लग रहा है कि तालिबान अपनी जिद को पूरा करने में कामयाब हो गया है और उसने विरोधियों के आखिरी किले पर भी जीत हासिल कर ली है.

LIVE TV

Trending news