Tasleema Nasrin: तस्लीमा नसरीन की किताब पर भारी बवाल हुआ है. बांग्लादेश में एक स्टॉल पर भीड़ ने हमला कर दिया. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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Tasleema Nasrin: निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन की पुस्तकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक ग्रुप ने ढाका में किताबों के एक ‘स्टाल’ पर धावा बोल दिया.cv बाद बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने इस ‘अनुशासनहीन व्यवहार’ की जांच के आदेश दिए हैं.
बीडीन्यूज24 की खबर के मुताबिक, यह घटना सोमवार को अमर एकुशी पुस्तक मेले में प्रकाशन समूह सब्यसाची प्रोकाशोनी के ‘स्टॉल’ पर हुई. खबर में कहा गया है कि मेले के 10वें दिन ‘तौहीदी जनता’ के बैनर तले एक ग्रुप ने निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन की किताबों के प्रदर्शन को लेकर सुहरावर्दी उद्यान में सब्यसाची प्रोकाशोनी के स्टॉल पर धावा बोल दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक ग्रुप ने प्रकाशक को घेर लिया और नारेबाजी की. जिसके बाद पुलिस ने दखल किया और व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस, सब्यसाची के प्रकाशक शताब्दी वोबो को अपने नियंत्रण कक्ष में ले गई. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को घेर लिया, जिससे तनाव बढ़ गया.
At this year’s book fair, Dr. Taslima Nasrin’s book “Chumbon” (Kiss) was on sale at Sabyasachi Prakashani’s stall. Islamist extremists attacked the stall, beat the publisher, and destroyed books. Police intervened just in time to save the publisher’s life. To calm the mob, the… pic.twitter.com/OADzSKCMID
— Asad Noor (@_Asad_Noor) February 11, 2025
खबर के मुताबिक, भारी आलोचना के बाद मुख्य सलाहकार यूनुस ने सोमवार शाम को प्राधिकारियों को आदेश दिया कि वे जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाएं. बांग्ला अकादमी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि अकादमी ने पब्लिशर ग्रुप पर हुए हमले और अराजकता की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है. समिति को तीन वर्किंग डेज के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी.
घटना के बाद से सब्यसाची ‘स्टॉल’ नंबर 128 बंद है. हालांकि बांग्ला अकादमी ने सोमवार को साफ किया है कि उसने किसी भी ‘स्टाल’ को बंद नहीं किया और किसी भी पुस्तकों पर प्रतिबंध भी नहीं लगाया है. अंतरिम सरकार में वास्तविक मंत्री और बांग्लादेश के भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता महफूज आलम ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि भीड़ हिंसा में शामिल होने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें इस्लामी पोशाक पहने कुछ लोग ‘स्टॉल’ के सामने भीड़ लगाए हुए हैं और अंदर मौजूद एक व्यक्ति को कान पकड़कर माफी मांगने के लिए मजबूर कर रहे हैं.