BJP Delhi victory: बीजेपी ने पूर्वांचली, जाट, सिख और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले मतदाताओं के बीच पार्टी ने गहरी पैठ बनाई. हरियाणा की सीमा से लगे विधानसभा क्षेत्रों में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया.
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Delhi election results: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है. 70 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की जबकि आम आदमी पार्टी को सिर्फ 22 सीटों से संतोष करना पड़ा. कांग्रेस के लिए यह चुनाव फिर निराशाजनक रहा और वह लगातार तीसरी बार खाता नहीं खोल पाई. बीजेपी की यह जीत कई चुनावी समीकरणों को बदलने वाली मानी जा रही है. खासकर पूर्वांचली, जाट, सिख और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले मतदाताओं के बीच पार्टी ने गहरी पैठ बनाई जिससे ‘आप’ को भारी नुकसान उठाना पड़ा. आइए इसे समझते हैं कि आखिर कैसे?
हरियाणा की सीमा: 11 में से 9 सीटों पर जीत
असल में बीजेपी ने हरियाणा की सीमा से लगे विधानसभा क्षेत्रों में जबरदस्त प्रदर्शन किया और 11 में से 9 सीटों पर जीत दर्ज की. यह नतीजे ऐसे समय में आए हैं जब आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी में प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया था. दिलचस्प बात यह रही कि खुद केजरीवाल भी नयी दिल्ली सीट से हार गए जो उनके लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. बीजेपी ने लक्ष्मी नगर, संगम विहार और करावल नगर जैसे क्षेत्रों में भी प्रभावी प्रदर्शन किया जहां 15% से अधिक पूर्वांचली मतदाता हैं. इन 35 सीटों में से बीजेपी ने 25 पर जीत दर्ज की.
जाट मतदाताओं का भी समर्थन
उधर दिल्ली में जाट मतदाताओं का भी बीजेपी को जबरदस्त समर्थन मिला. नजफगढ़, नरेला और बिजवासन समेत 13 जाट बहुल सीटों में से 12 बीजेपी के खाते में गईं. वहीं झुग्गी-झोपड़ी बहुल सात सीटों में से चार पर बीजेपी ने कब्जा जमाया. बीजेपी को सिख और पंजाबी मतदाताओं का भी व्यापक समर्थन मिला. 10% से अधिक सिख मतदाताओं वाली चार सीटों में से तीन पर बीजेपी को जीत मिली. 10% से अधिक पंजाबी मतदाताओं वाली 28 सीटों में से 23 बीजेपी के खाते में गईं. यह बीजेपी के लिए एक मजबूत संकेत है कि उसने ‘आप’ की कोर वोटर मानी जाने वाली इस आबादी में भी सेंध लगा दी है.
गुर्जर मतदाताओं वाली पांच सीटों में..
इतना ही नहीं गुर्जर, वाल्मीकि और जाटव मतदाताओं के बीच भी बीजेपी ने बेहतर प्रदर्शन किया. 10% से अधिक गुर्जर मतदाताओं वाली पांच सीटों में से दो, वाल्मीकि बहुल नौ में से चार और जाटव बहुल 12 में से छह सीटों पर बीजेपी विजयी रही. इसके अलावा बीजेपी की रणनीति में क्षेत्रीय समीकरणों का भी अहम योगदान रहा. पार्टी ने छह पूर्वांचली उम्मीदवारों को टिकट दिया था जिनमें से चार जीतने में सफल रहे. वहीं हरियाणवी पृष्ठभूमि के 14 उम्मीदवारों में से 12 ने जीत हासिल की.
सीमा से लगी कुल 22 सीटों में..
कुल-मिलाकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगी कुल 22 सीटों में से बीजेपी ने 16 पर जीत दर्ज कर अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है. इन नतीजों से स्पष्ट है कि बीजेपी ने दिल्ली में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को अपने पक्ष में साध लिया है. फिलहाल अब पार्टी में सीएम के चेहरे के लिए मंथन का दौर जारी है. एजेंसी इनपुट