MP News: उज्जैन में अंतिम विदाई का एक अनोखा नजारा देखने को मिला. जहां एक 65 वर्षीय महिला को हैप्पी बर्थडे गाना गाकर अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान एसडीएम और तहसीलदार भी वहां पहुंचे और महिला को फूल चढ़ाकर अंतिम विदाई दी.
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Ujjain News: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. यह घटना आपको भी हैरान कर देगी, जिस तरह से उज्जैन की एक बुजुर्ग महिला की अंतिम विदाई का अनोखा नजारा देख हर कोई हैरान रह गया. दरअसल, महिला का शव ले जाते समय उसके परिजन उसे 'राम नाम सत्य..' की जगह 'हैप्पी बर्थडे' गीत गाकर अंतिम विदाई दे रहे थे.
अंतिम विदाई का अनोखा तरीका
दरअसल, उज्जैन के नागदा शहर की रहने वाली मनोरमा मारू की अंतिम विदाई देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया. अंतिम विदाई के समय परिवार के लोग हैप्पी बर्थडे गाकर नम आंखों से विदाई दे रहे थे. यह मामला अनोखा है क्योंकि अक्सर आपने लोगों को हैप्पी बर्थडे गाना गाकर जन्मदिन मनाते देखा होगा, लेकिन यहां मौत के समय का नजारा कुछ अलग था. ऐसा इसलिए क्योंकि 65 वर्षीय मनोरमा मारू की मौत उनके जन्मदिन के दिन ही हो गई थी. उनका जन्मदिन 14 फरवरी को था और उन्होंने 14 फरवरी को ही अपना शरीर त्याग दिया, जिसके कारण परिवार के लोगों ने गम के इस माहौल में हैप्पी बर्थडे गाकर महिला को अंतिम विदाई दी.
दाह संस्कार के स्थान पर देह दान
मनोरमा मारू की इच्छा थी कि जब भी उनकी मृत्यु हो तो उनके शरीर का अंतिम संस्कार करने की बजाय किसी जरूरतमंद को दे दिया जाए, यानी उनके शरीर का अंतिम संस्कार करने की बजाय उनकी देह दान कर दी जाए. इस प्रक्रिया में एसडीएम और तहसीलदार भी वहां पहुंचे और महिला को फूल अर्पित कर अंतिम विदाई दी. बताया गया कि, चार दिन पहले मारू परिवार के पति-पत्नी से देहदान के लिए घोषणा पत्र भरवाया गया था, जहां घोषणा पत्र में मारू के पति के हस्ताक्षर भी लिए गए हैं. बता दें कि सीएम मोहन यादव द्वारा अंगदान और देहदान करने वालों को राजकीय सम्मान देने की घोषणा के बाद उज्जैन में यह पहला मामला है, जिसके चलते यह मामला उज्जैन में चर्चाओं में रहा.
देहदान पर सीएम यादव का बयान
सीएम मोहन यादव ने हाल ही में अंगदान को लेकर बड़ा बयान दिया था. अंगदान की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हुए सीएम यादव ने घोषणा की थी कि प्रदेश में देहदान या अंगदान करने वालों के परिजनों को गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ ही मृतक का अंतिम संस्कार भी राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. इसके साथ ही 26 जनवरी और 15 अगस्त को सम्मानित करने के साथ ही सरकार की ओर से आयुष्मान कार्ड भी दिया जाएगा.