KIRODI LAL MEENA: आखिरकार राजस्थान बीजेपी ने ली सुध, किरोड़ी का इस्तीफा क्या होगा मंजूर!
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KIRODI LAL MEENA: आखिरकार राजस्थान बीजेपी ने ली सुध, किरोड़ी का इस्तीफा क्या होगा मंजूर!

KIRODI LAL MEENA: किरोड़ीलाल मीणा काफी सु्र्खियों में रहते हैं. इन दिनों वो अपने इस्तीफे को लेकर काफी चर्चा में है. सोमवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा है. 

Rajasthan BJP will accepted kirodi Lal Meena resignation

KIRODI LAL MEENA: किरोड़ीलाल मीणा काफी सु्र्खियों में रहते हैं. इन दिनों वो अपने इस्तीफे को लेकर काफी चर्चा में है. इसी के चलते भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा है कि मंत्री किरोड़ीलाल को मंत्री किरोड़ीलाल को अंदरूनी मामला है. 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संगठन को जो सही लगेगा, वो निर्णय लिया जाएगा. इसके साथ ही यह मीडिया ट्रायल के लिए नहीं है और ये परिवार का मामला है. उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्य को वक्त-वक्त पर समझाना भी पड़ता है. ये सब बाते मदन राठौड़ ने दिल्ली में अपने आवास पर मीडिया से बात करते वक्त कही. बता दें कि कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा थी कि  सरकार उनका फोन टैप करवा रही है. 

 
वहीं, किरोड़ी को नोटिस देने के बाद उनके समर्थकों की प्रतिक्रिया को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि उनके  समर्थकों को उग्र होने की आवश्कता नहीं है. हम सब एक ही है, साथ बैठकर चर्चा करेंगे. हम परिवार हैं.  

इसके बाद किरोड़ी का बयान 'मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं' पर मदन राठौड़ ने कहा कि यह एक अच्छी बात है, हम सभी को पार्टी का अनुशासित सिपाही बनकर ही काम करना है. 

बीते दिन सोमवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा. पार्टी ने किरोड़ी के फोन टैपिंग के बयान को अनुशासनहीनता माना है और किरोड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और तीन दिन में जवाब मांगा है. 

दरअसल, दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा के बयानों की वजह से कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार को जमकर घेरा था, जिसके बाद पार्टी हाईकमान एक्टिव हुआ. वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने मदन राठौड़ से इस बारे में बात की, जिसके बाद नोटिस भेजा गया था, जिसमे कहा गया था कि सार्वजनिक रूप से बयान देकर भाजपा सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया, जो असत्य है. आपने बयान देकर बीजेपी की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया है. 

इस नोटिस के बाद सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गई है कि जो इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास रखा हुआ है, क्या वह स्वीकार किया जाएगा? 

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