Falgun Amavasya 2025: फाल्गुन अमावस्या पर इन 7 कामों की है सख्त मनाही, नोट करें स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
Advertisement
trendingNow12648734

Falgun Amavasya 2025: फाल्गुन अमावस्या पर इन 7 कामों की है सख्त मनाही, नोट करें स्नान-दान का शुभ मुहूर्त

What Work Should Not Be Done On Falgun Amavasya 2025: अमावस्‍या तिथि पर कौन से काम नहीं करना चाहिए, आइए इस बारे में विस्तार से जानें. साथ ही ये भी जानेंगे कि आखिर दान स्नान करने का शुभ मुहूर्त क्या है.

Falgun Amavasya 2025

Falgun Amavasya 2025 snan daan ka shubh muhurat: सनातन धर्म में अमावस्‍या तिथि का बहुत महत्व बताया गया है. इस तिथि को भगवान विष्णु और पितरों की आरादना पूजा के लिए  समर्पित किया गया है. अमावस्या तिथि पर जब पितरों की पूजा की जाती है तो प्रसन्न होकर पितृ कृपा बरसाते हैं. इस तिथि पर गंगा स्नान करने और दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर आपके पूर्वजों की आत्मा तृप्त हो गई तो वो घर पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है. 

फाल्गुन अमावस्या तिथि 
इस बार फाल्गुन अमावस्या तिथि 27 फरवरी को पड़ रही है.दरअसल अमावस्या पर कुछ कामों को करना वर्जित है, अगर कोई सख्त मनाही वाले काम करता है तो उसके जीवन में अनेक परेशानियों का आगमन हो सकता है. आइए जानें कि फाल्गुन अमावस्या तिथि पर किन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए.

इन कामों की मनाही 

  • फाल्गुन अमावस्या तिथि पर किसी के प्रति मन में गलत भावना न रखें. 
  • फाल्गुन अमावस्या तिथि पर मन को शांत रखें और किसी पर भी क्रोध न करें. 
  • फाल्गुन अमावस्या तिथि पर नए कपड़े खरीदने से बचें. 
  • फाल्गुन अमावस्या के दिन पैसों का लेन-देन न करें, नहीं तो आर्थिक परेशानी हो सकती है. 
  • फाल्गुन अमावस्या तिथि पर तामसिक भोजन जैसे कि मांसाहार या लहसुन और प्याज का सेवन न करें.
  • फाल्गुन अमावस्या तिथि पर सुबह देर तक न सोएं, नहीं तो अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है.
  • फाल्गुन अमावस्या के दिन सुनसान जगह पर जाने से बचें. नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है. 

अमावस्या तिथि पर स्नान-दान का मुहूर्त
ध्यान दें कि अमावस्या तिथि पर दान का विशेष महत्व है ऐसे में इस तिथि पर स्नान-दान का मुहूर्त जानना जरूरी हो जाता है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 27 फरवरी को सुबह के 8 बजकर 8 मिनट पर प्रारंभ हो रही है और तिथि का समापन 28 फरवरी को सुबह के 6 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है. उदयातिथि में अमावस्या 27 फरवरी को है. स्नान-दान के लिए मुहुर्त की बात करें तो सुबह 05 बजकर 09 मिनट से लेकर 05 बजकर 58 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहने वाला है. वहीं अभिजीत मुहूर्त दोपहर के 12 बजकर 11 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 57 मिनट तक होगा. इन दोनों मुहूर्त में स्नान-दानकर सकते हैं. हालांकि अमावस्या तिथि पर कभी भी स्नान-दान करना उत्तम फलदायी होता है. 
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news