हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, फिर दिखाई ताइवान को हथियाने की लालसा, 24 विमानों ने मचाया हड़कंप
Advertisement
trendingNow12648749

हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, फिर दिखाई ताइवान को हथियाने की लालसा, 24 विमानों ने मचाया हड़कंप

Taiwan News: ताइवान को हथियाने की लालसा चीन की सालों पुरानी है. एक बार फिर चीन ने ताइवान में हड़कंप मचाया है. रिपोर्ट के मुताबिक कई चीनी विमान ताइवान में देखे गए हैं. 

हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, फिर दिखाई ताइवान को हथियाने की लालसा, 24 विमानों ने मचाया हड़कंप

Taiwan News: चीन की हरकतें जगजाहिर है. अक्सर अपनी हरकतों को वजह से चीन सुर्खियों में रहता है. ताइवान को हथियाने की लालसा चीन की सालों पुरानी है. समय- समय पर चीन अपनी ताकत के बदौलत ताइवान को डराने की कोशिश करता है. ड्रैगन के फाइटरों ने एक बार फिर से उत्पात मचाया है और ताइवान की सीमा पर घुसकर उसे चुनौती दी है. राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) के मुताबिक 24 चीनी विमान उसकी सीमा में घुसे थे.

एक्स पर किया पोस्ट
एक्स पर एक पोस्ट करते हुए, एमएनडी ने लिखा, आज 10: 50 बजे से विभिन्न तरह कुल 24 पीएलए विमानों का पता लगाया गया. जिनमें से 18 ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार किया और उत्तरी, मध्य और दक्षिण-पश्चिमी एडीआईजेड में प्रवेश किया. इसके अलावा आठ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) जहाज और एक आधिकारिक जहाज को आज सुबह 6 बजे (UTC+8) तक इस क्षेत्र में देखा गया. इसके अलावा एक चीनी गुब्बारा भी देखा गया. 

अविभाज्य हिस्सा है ताइवान
बुधवार को एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा, "मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि ताइवान चीन के क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है. ताइवान के सवाल का नौवहन की स्वतंत्रता से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन यह चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से जुड़ा है. उन्होंने कहा, "चीन किसी भी देश द्वारा नेविगेशन की स्वतंत्रता के बहाने चीन की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती देने या उसे ख़तरे में डालने का दृढ़ता से विरोध करता है.

चीन लगातार बना रहा है दबाव
ताइवान-चीन संघर्ष ताइवान की संप्रभुता पर केंद्रित एक लंबे समय से चली आ रही भू-राजनीतिक समस्या बनी हुई है. जबकि ताइवान अपनी सरकार, सेना और अर्थव्यवस्था के साथ एक वास्तविक स्वतंत्र राज्य के रूप में काम करता था. बीजिंग इसे "एक चीन" नीति के तहत एक अलग प्रांत मानता है. चीनी गृहयुद्ध (1945-1949) के बाद से जब चीन गणराज्य की सरकार ताइवान में वापस चली गई तो चीन ने ताइवान पर दबाव बनाने के लिए कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य उपायों का इस्तेमाल किया. हालांकि ताइवान मजबूत घरेलू समर्थन के साथ अपनी स्वतंत्रता का दावा करना जारी रखा. (एएनआई)

Trending news