HDFC Bank MCLR Rates: प्राइवेट सेक्टर के HDFC Bank ने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है. अगर आपका भी इस बैंक में खाता है तो यह आपके लिए जरूरी खबर है. बैंक ने चुनिंदा लोन की अवधि पर MCLR के रेट्स में इजफा कर दिया है.
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HDFC Bank MCLR Rates: प्राइवेट सेक्टर के HDFC Bank ने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है. अगर आपका भी इस बैंक में खाता है तो यह आपके लिए जरूरी खबर है. बैंक ने चुनिंदा लोन की अवधि पर MCLR के रेट्स में इजफा कर दिया है. बैंक के इस फैसले के बाद में ग्राहकों के लोन की ईएमआई बढ़ सकती है. बैंक ने बताया है कि नए रेट्स आज से यानी 8 जनवरी से लागू हो गए हैं.
HDFC Bank की वेबसाइट के मुताबिक, बैंक की MCLR रेंज 8.80 फीसदी से 9.30 फीसदी के बीच है. ओवरनाइट एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा हो गया है, जिसके बाद में यह दर 8.70 फीसदी से बढ़कर 8.80 फीसदी हो गई है.
कितने बदल गए MCLR Rates?
इसके अलावा बैंक ने एक महीने का एमसीएलआर 5 बीपीएस बढ़कर 8.75 फीसदी से 8.80 फीसदी कर दिया है. तीन महीने की एमसीएलआर 8.95 फीसदी से बढ़ाकर 9 फीसदी हो गई है. छह महीने की एमसीएलआर भी बढ़कर 9.20 फीसदी हो गई है. इसके अलावा एक साल की MCLR 5 बीपीएस बढ़कर 9.20 फीसदी से 9.25 फीसदी हो गई है. वहीं, 3-साल का एमसीएलआर 9.30 फीसदी पर ही है.
क्या होता है MCLR?
आपको बता दें MCLR का मतलब होता है Marginal Cost of Funds Based Lending Rate. यह वह न्यूनतम दर होती है जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है. MCLR रेट्स जितने बढ़ते हैं उतना ही ब्याज भी ऊपर हो जाता है. कों के लिए हर महीने अपना ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल का MCLR जारी करना जरूरी होता है.
बढ़ जाती है लोन की दर
अगर कोई भी बैंक MCLR के रेट्स में इजाफा करता है तो इसका मतलब होता है कि मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन जैसे- होम लोन, व्हीकल लोन की ब्याज दर बढ़ जाती है. एक बात का आपको ध्यान रखना चाहिए कि एमसीएलआर बढ़ने पर लोन के ब्याज की दर तुरंत नहीं बढ़ती है बल्कि लोन लेने वालों की EMI रीसेट डेट पर ही आगे बढ़ती है.
कई बैंक बढ़ा चुके हैं दरें
हाल ही में एसबीआई और इंडियन बैंक समेत कई बैंकों ने एमसीएलआर की दरों में इजाफा कर चुकी है. इंडियन बैंक ने एमसीएलआर रेट्स में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है. बैंक की ये दरें 3 जनवरी से लागू हैं.