Jamiat Ulema-e-Hind: दारुल उलूम देवबंद के प्रमुख अरशद मदनी ने तंज कसा है और कहा है कि हां मैंने दुनिया को तबाह कर दिया. मैंने बहुत खराब बयान दिया. वहीं, दूसरी तरफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष महमूद मदनी ने दायरे में रहकर बयान देने की बात कही.
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Arshad Madani Latest News: जमीयत अधिवेशन के आखिरी दिन पूर्व अध्यक्ष अशरफ मदनी के बयान पर घमासान जारी है. अल्लाह और ओम वाले बयान पर आज फिर जब अशरफ मदनी से सवाल किया गया तो वो भड़क गए. उन्होंने कहा मैं बहुत खराब बयान दिया और मेरे बयान से दुनिया तबाह हो गई है. दरअसल, रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मंच से अरशद मदनी ने जो बयान दिया था उसको लेकर हंगामा हो रहा है. अरशद मदनी ने मंच से जब कहा कि अल्लाह-ओम एक हैं तो विरोध होने लगा. और अब अरशद मदनी एक बार फिर तेवर दिखाए हैं.
अरशद मदनी का बयान
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मंच से रविवार को अरशद मदनी ने कहा था कि आदम जो दुनिया का सबसे पहला आदमी था वो किसकी पूजा करता था. हम आदम कहते हैं ये मनु कहते हैं. हम आदम की औलाद को आदमी कहते हैं और ये मनु की औलाद को मनुष्य कहते हैं. जब राम नहीं थे शिव नहीं थे तो ये मनु किसको पूजते थे? लोगों ने बताया शिव को पूजते थे. कुछ ने कहा कि ओम को पूजते थे.
ओम और अल्लाह को बताया एक
अरशद मदनी ने कहा था कि इनको ही तो तुम ईश्वर कहते हो और हम अल्लाह कहते हैं. सबसे पहले लाइला अल्लाह की आवाज भारत की धरती पर उतरी. सबसे पहले धरती पर आदम और मनु थे. उन्होंने एक ओम यानी एक अल्लाह को इबादत की.
धर्म परिवर्तन पर कही ये बात
उन्होंने कहा कि इस मुल्क के अंदर हम और आप, हिंदू-मुस्लिम सब एकसाथ रहते हैं. हमने कभी किसी धर्म के आदमी से अपना धर्म छोड़कर इस्लाम को अपनाने को जबरदस्ती नहीं की.
वहीं, इस पूरे मामले पर जमीयत-ए-उलेमा के अध्यक्ष महमूद मदनी ने कहा कि हम संवाद के लिए 100 बार माफी मांगते हैं. साथ ही उन्होंने अपनी बात को दायरे में रहकर ही करने की वकालत की.
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