'1932 का खतियान राजनीतिक हथकंडा है या लोगों को लाभान्वित करने का है गैजेट'
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'1932 का खतियान राजनीतिक हथकंडा है या लोगों को लाभान्वित करने का है गैजेट'

15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा हमने की है, यदि व सभी धन जाती है स्वतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने और जनजातीय क्षेत्र व समुदाय को सामाजिक आर्थिक विकास प्रयासों को फिर से सक्रिय करने के लिए मनाया जा रहा है. 

'1932 का खतियान राजनीतिक हथकंडा है या लोगों को लाभान्वित करने का है गैजेट'

रांची : हेमंत सोरेन कैबिनेट से 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. इस मामले पर रांची पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि राज्य सरकार को अधिकार है कि वह जनता के हित में कोई भी नियम बना सकते है, लेकिन 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति के मामले पर उन्होंने कहा कि सरकार को नीतियां बनाने में यह ध्यान रखना चाहिए कि नीतियां जनता के हित में हो ना कि राजनीतिक लाभ के लिए. अर्जुन मुंडा ने 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति पर कहा कि इस पर वह टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन जो नीतियां बनीं हैं उस पर विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि 1932 का खतियान राजनैतिक हथकंडा है या लोगों को लाभान्वित करने के लिए लाया गया है यह भविष्य में बात पता चलेगा.

भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजिली अर्पित करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सीबीआई ईडी यह सब स्वतंत्र एजेंसियां हैं सूचनाओं के आधार पर एक काम करती हैं. इसके ऊपर हम कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दे सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल के एक राज्य मंत्री ने जिस तरीके से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के ऊपर रंगभदी टिप्पणी की है उस पर कहा कि अशोभनीय है उनको तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए. यह एक राष्ट्रपति के ऊपर इस तरीके के बयान बाजी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. 15 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड के खूंटी में उल्हातु जाएंगे यह भगवान बिरसा मुंडा की धरती है. यहां पर भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित करेंगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है.

सूचना के आधार पर काम करती है जांच एजेंसियां
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा हमने की है, यदि व सभी धन जाती है स्वतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने और जनजातीय क्षेत्र व समुदाय को सामाजिक आर्थिक विकास प्रयासों को फिर से सक्रिय करने के लिए मनाया जा रहा है. पहली बार कोई राष्ट्रपति इस स्थल पर जाएंगी. राष्ट्रपति का एक व्यापक स्तर पर कार्यक्रम है भगवान बिरसा मुंडा की जन्म स्थली उल्हा तू गांव में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किस की कुर्सी जाएगी और किसकी बचेगी. इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता हूं स्वतंत्र है जांच एजेंसियां सूचनाओं के आधार पर काम करती हैं.

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