Siwan Lok Sabha Seat: हिना शहाब ने कहा कि हम लोग जो कहते हैं वही करते हैं. मैं सीवान के लिए समर्पित हूं और अंतिम सांस तक सीवान की सेवा करती रहूंगी.
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Hina Shahab News: बिहार की सीवान लोकसभा सीट का मुकाबला इस बार बड़ा दिलचस्प होने वाला है. एनडीए से नीतीश कुमार ने पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी देवी को मैदान में उतारा है. तो वहीं महागठबंधन की ओर से राजद नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उधर बिहार के बाहुबली नेता और दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब इस बार निर्दलीय मैदान में हैं. हिना के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. हिना ने चुनाव से ठीक पहले राजद से नाता तोड़कर अपनी अलग राह चुनी है. उन्होंने किसी अन्य पार्टी में ना जाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. हिना को चुनाव आयोग की ओर से चुनाव चिह्न 'ऑटो' मिला है. वह ऑटो में बैठकर चुनाव प्रचार कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय हूं और मुझे ऑटो छाप चुनाव चिन्ह मिला है. मैं तमाम लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आने वाले 25 तारीख को मेरे इस टेम्पो छाप पर बटन दबाकर मुझे सहयोग दें और दिल्ली भेजें.
हालांकि, लोगों के मन में सवाल ये है कि चुनाव जीतने के बाद हिना शहाब क्या फिर से राजद ज्वाइन कर लेंगी? हिना से जब मीडिया ने यही सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैंने कई बार आप लोग से कहा कि जिस दल को हमने छोड़ दिया उसे दल के बारे में दोबारा सोचने की जरूरत नहीं है. हम लोग जो कहते हैं वही करते हैं. मैं सीवान के लिए समर्पित हूं और अंतिम सांस तक सीवान की सेवा करती रहूंगी. हिना ने इस दौरान अपनी जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि मेरे शौहर डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सीवान की जनता के लिए जमीन स्तर पर काम किए हैं. वह हमेशा जनता की दिक्कतों को दूर करने का काम करते थे. इसलिए जनता मुझे ही वोट देगी.
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हिना ने आगे कहा कि मेरे शौहर ने अपनी जिंदगी में कभी चुनाव नहीं हारा है. मेरी स्थिति ऐसी बनी कि मुझे इस पॉलिटिक्स में आना पड़ा. हिना ने कहा कि मैं और मेरी पहचान उनका काम है. मैं उनकी धर्मपत्नी हूं. इस नाते लोग मुझे जानते हैं और पहचानते हैं. राजद में वापसी के सवाल पर हिना ने कहा कि राजद कहता है शहाबुद्दीन मेरी पार्टी के नेता हैं. लेकिन कोई भी मातमपुर्सी में पटना से नहीं आया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कार्यालय में उनकी पुण्यतिथि तक नहीं मनाई जाती.