Ratlam Crime News: रतलाम में बुजुर्ग महिला ने जिसे अपने मरे हुए बेटे की जगह दी और अपनी बहू से शादी कार्रवाई उसी ने उसकी हत्या कर दी. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने करतूत मकान हथियाने के लिए की है.
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Ratlam Crime News: रतलाम। शहर में एक दिन पहले हुई हत्या का खुलासा हो गया है. लेकिन, इस मामले के खुलासे ने समाज में सबको सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. ऐसा इसलिए की यहां एक बुजुर्ग महिला की ममता से चोट हुई है. उसकी हत्या का आरोप उसके मुंह बोले बेटे पर लगा है जिसे उसने अपने बच्चे का स्थान देकर अपनी विधवा बहू से शादी कराई थी.
मोतीनगर इलाके का मामला
मामला रतलाम के मोतीनगर इलाके का है. यहां मृतक बुजुर्ग महिला भूरीबाई की हत्या उसी युवक ने कर दी जिसे मृतक बुजुर्ग भूरीबाई ने अपना बेटा बनाकर अपनी विधवा बहू से शादी करवाई. उसे अपने बेटे की तरह घर मे रहने की जगह भी दी.
रविवार सुबह मोतीनगर इलाके में एक घर में 70 वर्षीय महिला भूरीबाई का शव मिला. सूचना पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की. तफ्तीश में सामने आया कि मृतक महिला भूरीबाई का मुंह बोला बेटा वीर सिंह हत्या के बाद से लापता हो गया. हालांकि, बाद में उसे गिरफ्तार किया गया.
मुंहबोले बेटे ने की हत्या
पुलिस ने उस मुंहबोले बेटे की तलाश की और उसे गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तब आरोपी वीर सिंह ने बुजुर्ग महिला भूरीबाई की हत्या करना कबूल किया. आरोपी वीर सिंह ने बताया की उसने शनिवार देर रात बुजुर्ग महिला भूरी बाई के सिर पर एक लाठी से वार कर उसकी हत्या कर दी थी और मौके से फरार हो गया था.
महिला ने घर में रखा था
मृतक बुजुर्ग महिला भूरीबाई का अपना एक इकलौता बेटा था जिसकी शादी भी हो गयी थी लेकिन, उसकी किसी घटना में मौत हो गयी थी. ऐसे में घर मे मृतक बुजुर्ग महिला भूरीबाई और उसकी बहू अकेली रह गयी. मृतिका भूरीबाई की मुलाकात आरोपी युवक वीरसिंह से हुई थी वह भी अकेला था. ऐसे में मृतिका भूरीबाई ने आरोपी युवक वीरसिंह को अपना बेटा बनाकर अपनी बहू की शादी कर दी और आरोपी वीर सिंह को भी बेटा मानकर मृतिका बुजुर्ग महिला भूरीबाई ने अपने घर मे ही रहने की जगह दी.
मकान हथियाने के लिए हत्या
कुछ समय बाद ही आरोपी वीर सिंह और मृतिका बुजुर्ग महिला के बीच विवाद शुरू हो गया. विवाद इतना बड़ा की बुजुर्ग मृतक महिला भूरीबाई ने आरोपी वीरसिंह और बहू को घर से निकाल दिया. आरोपी वीरसिंह को किराए के मकान में रहना पड़ रहा था जिसके कारण उस पर किराये का भार बढ़ गया. ऐसे में आरोपी वीर सिंह ने अपने आप को मृतिका भूरीबाई का वारिस मानकर मकान हथियाने के लिए भूरीबाई की हत्या कर दी.