Rajasthan Politics: राठौड़ के किरोड़ी को नोटिस पर चर्चा, अब किरोड़ी का क्या होगा रिएक्शन, सरकार ने इस्तीफा क्यों नहीं किया स्वीकार ?
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Rajasthan Politics: राठौड़ के किरोड़ी को नोटिस पर चर्चा, अब किरोड़ी का क्या होगा रिएक्शन, सरकार ने इस्तीफा क्यों नहीं किया स्वीकार ?

Rajasthan Politics: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस को लेकर जबरदस्त चर्चा है. पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक हलकों में अब मीणा के जवाब को लेकर इंतजार है.

Rajasthan Politics: राठौड़ के किरोड़ी को नोटिस पर चर्चा, अब किरोड़ी का क्या होगा रिएक्शन, सरकार ने इस्तीफा क्यों नहीं किया स्वीकार ?

Rajasthan Politics: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस को लेकर जबरदस्त चर्चा है. पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक हलकों में अब मीणा के जवाब को लेकर इंतजार है. सरकार के बजाय पार्टी संगठन स्तर पर क्यों लिया गया मीणा के खिलाफ एक्शन ? अब नोटिस मिलने के बाद डॉ किरोड़ी लाल मीणा का क्या होगा रिएक्शन ?

राज्य सरकार पर टेलीफोन टैपिंग और अपनी जासूसी करवाने का आरोप लगाकर कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर सुर्खियों चल रहे हैं. मामला शांत हो इससे पहले ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डॉ किरोड़ीलाल मीणा को कारण बताओ नोटिस जारी कर चाय के प्याले में तूफान की तरह पार्टी में उबाल ला दिया है. डॉ किरोड़ी को दिए नोटिस में राठौड़ ने मंत्री परिषद से इस्तीफा देने, भाजपा सरकार पर टेलीफोन टेप कराने का आरोप लगाने को असत्य बताया. आरोप से सरकार की प्रतिष्ठा धूमिल करने का काम किया। पार्टी के संविधान में अनुशासन को भंग करने का आरोप लगाते हुए तीन दिन में जवाब मांगा.

सोमवार शाम जारी हुए इस नोटिस को लेकर पार्टी और राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई है. शाम होते होते पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक हलकों में किरोड़ी लाल मीणा के जवाब को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई. लोग कयास लगाने लगे हैं कि डॉ मीणा का जवाब क्या होगा और मीणा अगला कदम क्या उठाएंगे. पार्टी कार्यालय हो या फिर शादी समारोह या अन्य सार्वजनिक जगह लोगों के साथ ही कार्यकर्ता और दूसरे दलों में भी इसको लेकर चर्चाएं चल रही है.

डॉ किरोड़ी लाल मीणा राज्य की कैबीनेट से 20 जून 2024 को इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि जुलाई में इस्तीफे का खुलासा हुआ. यह बात दूसरी है कि उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है. इस बीच किरोड़ी एसआई भर्ती सहित कई मुद्दों को लेकर अपनी बेबाक बयानबाजी से सरकार को संकट में डालते आ रहे हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पार्टी औ राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि किरोड़ी लाल संगठन में किसी पद पर नहीं है तो प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने उनको नोटिस क्यों दिया है. मीणा के खिलाफ कार्रवाई करनी ही है तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सीधे ही डॉ मीणा का इस्तीफा क्यों नहीं स्वीकार कर रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लेना चाहिए.

इधर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पहले नोटिस मिलने दो फिर जवाब भी देंगे..कल रात एक निजी कार्यक्रम में मिले मीणा ने कहा कि उन्हें अभी नोटिस की हार्ड कॉपी नहीं मिली है. वो पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं, कारण बताओं नोटिस का स्पष्टीकरण भी देंगे. मीणा ने दबी जुबान में कहा कि पार्टी एक्शन लेती है तो वो पार्टी छोड़ भी सकते हैं. फिलहाल मीणा के जवाब और पार्टी के एक्शन पर सबकी निगाहें हैं .

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