Jodhpur News: राजस्थान विधानसभा में हंगामे पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पार्टी की अंदरूनी खींचतान के चलते नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बोलने नहीं दिया गया. फोन टैपिंग मामले को झूठा बताते हुए उन्होंने कांग्रेस को आत्म अवलोकन करने की नसीहत दी.
Trending Photos
Rajasthan News: जोधपुर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने 2 दिन पूर्व विधानसभा के पटल पर हुए विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे को लेकर बयान देते हुए कहा है कि कांग्रेस के अनदरूनी खींचतान के चलते अपने ही पार्टी के एस सी कम्युनिटी से आने वाले नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के सदन मे अभी भाषण नहीं होने देना चाहते थे ऐसे में विपक्ष ने विधानसभा के पटल पर हंगामा किया.
इसके साथ ही उन्होंने किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले को झूठा बताते हुए कहा कि किरोड़ी लाल मीणा हमारे वरिष्ठ साथी है उनका नाराज होना नहीं होना हमारा अंदरूनी मामला है सरकार ने अधिकृत स्टेटमेंट देते हुए कहा है कि कोई तरह का फोन टेपिंग नहीं हुआ है आज के समय में फोन टैपिंग जैसी चीज की आवश्यकता नहीं व्हाट्सएप कॉल और वीडियो कॉल जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध है फोन टेपिंग जैसे कार्य पहले हुआ करते थे कांग्रेस को हमारे ऊपर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है जब उनके खुद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फ़ोन टेपिंग मामले में आरोपी है किरोड़ी लाल मीणा का किसी तरह का फोन टेपिंग नहीं हुआ है यह पूर्ण रूप से बनावटी और झूठी कहानी है. गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने ही सरकार पर जासूसी का आरोप लगाया था उन्होंने जयपुर के एक सभा को सम्बोधित करते हुए गुरुवार को एक सभा को संबोधित करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा था.
इस पर शुक्रवार को विपक्षी दल के नेताओं ने विधानसभा में हंगामा मचाया विधानसभा की कार्रवाई का बहिष्कार किया था हंगामा के कारण सदन की कार्रवाई को 2:00 तक स्थगित कर दी गई थी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे थे यह फोन टैपिंग मामले को लेकर सदन में नारेबाजी करते रहे
अब इस पूरे मामले में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल का बयान भी सामने आया है उन्होंने कहा कि सदन के पटल पर किसी भी मुद्दे को रखने से पहले नोटिस दिया जाता है और विधानसभा अध्यक्ष को इसके बारे में सूचित किया जाता है लेकिन विपक्ष ने बिना सूचना दिए इस मुद्दे के ऊपर सदन में हंगामा किया.
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष एस सी समुदाय से है ऐसे में उनका प्रभावी रूप से भाषण ना हो पाए और इससे पूर्व कांग्रेस के नेताओं ने जो भाषण दिए हुए प्रभावी रूप से नहीं रख पाए थे. कांग्रेस में अंदरूनी कलह होने और नेता प्रतिपक्ष का भाषण नहीं होने देने की मंशा से इस हंगामा का षड्यंत्र रचा गया था राजस्थान विधानसभा में यह पहला मौका है जब नेता प्रतिपक्ष का भाषण ही नहीं हुआ ऐसी स्थिति में कांग्रेस को आत्म अवलोकन करने की आवश्यकता है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कार्यकाल में होटल में रहकर फोन टैपिंग करवाया दिल्ली में मुकदमा हुआ और वहां भी आज भी आरोपी है कांग्रेस को आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.
ये भी पढ़ें- शादी करने से लड़का-लड़की बने अमीर, इस योजना के तहत मिला 20 करोड़ का फायदा
Reported By- राकेश कुमार भारद्वाज