Sam Pitroda: पित्रोदा ने कहा कि दुनिया को अब टकराव छोड़कर सहयोग की दिशा में बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी सोच शुरू से टकराव की रही है और यह रवैया देश में समर्थन तो जुटाता है लेकिन इससे रिश्तों में खटास भी आती है.
Trending Photos
India China Dispute: भारत-चीन के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चर्चा में है. कई बार इसको लेकर उच्च स्तरीय मीटिंग्स भी हुई हैं. फिलहाल इस मामले में अब काफी प्रगति भी हुई है. इन सबके बीच भारतीय ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भारत चीन विवाद को बढ़ा चढ़ाकर पेश किए जाने की बात कही है. उन्होंने सोमवार को कहा कि भारत की शुरुआत से ही इस मुद्दे पर टकराव की नीति रही है, जबकि देशों को अब सहयोग की ओर बढ़ना चाहिए. ये वही सैम पित्रोदा हैं जिनके बयान से कई बार कांग्रेस असहज हो चुकी है. अब फिर उन्होंने एक बयान दिया है.
इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है
असल में सैम पित्रोदा ने कहा है कि मुझे चीन से खतरा समझ में नहीं आता. मुझे लगता है कि इस मुद्दे को अक्सर बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जाता है क्योंकि अमेरिका हमेशा दुश्मन तय करने की प्रवृत्ति रखता है. उन्होंने यह बयान तब दिया जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन से खतरे को रोकने में सफल होंगे.
सहयोग की दिशा में बढ़ना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया को अब टकराव छोड़कर सहयोग की दिशा में बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी सोच शुरू से टकराव की रही है और यह रवैया देश में समर्थन तो जुटाता है लेकिन इससे रिश्तों में खटास भी आती है. हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी और यह मानना बंद करना होगा कि चीन शुरू से हमारा दुश्मन है. यह न केवल चीन के लिए बल्कि सभी के लिए अनुचित है.
द्विपक्षीय मुद्दा
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में अमेरिका यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने भारत चीन तनाव और रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि इन संघर्षों को कम करने की जरूरत है. ट्रंप ने यह भी माना कि भारत चीन सीमा पर झड़पें काफी गंभीर हैं और अगर भारत चाहे तो वे मध्यस्थता करने को तैयार हैं. हालांकि भारत ने साफ किया कि यह द्विपक्षीय मुद्दा है.