Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को एक महीना पूरा होने वाला है. यहां दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं का जोश हाई है. माघ पूर्णिमा पर भी रिकॉर्ड तोड़ जुटने की संभावना है. वैसे अब तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा 45 करोड़ के पार हो गया है. जानिए महाकुंभ की चर्चित महिलाओं के बारे में.
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Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ अब अंतिम पड़ाव पर है. इसको एक महीने का समय पूरा हो गया है. महाकुंभ में दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. अब तक 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. उधर, प्रयागराज जाने वाली सड़कों का हाल बेहाल है. यहां लंबी-लंबी गाड़ियां सड़कों पर रेंग रही हैं. इसके बावजूद लोगों के आने का सिलसिला थम नहीं रहा है. माघ पूर्णिमा के दो दिन पहले भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम नगरी पहुंचने के लिए आतुर हैं. ऐसे में आज हम उन महिलाओं के बारे में जानेंगे जो महाकुंभ में छा गईं हैं.
चर्चाओं में ममता कुलकर्णी
महाकुंभ की कई चर्चित महिलाएं हैं, जो लगातार सुर्खियों में बनी हुईं हैं. उनमें ममता कुलकर्णी, हर्षा रिछारिया और मोनालिसा के साथ ही महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का नाम भी शामिल है. पहले आपने ममता कुलकर्णी को बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के साथ इश्क फरमाते देखा होगा, लेकिन उन्होंने मोहमाया त्याग कर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गईं थी. जिसके बाद खूब विवाद हुआ तो उन्होंने पद छोड़ने की घोषणा कर दी. एक्ट्रेस ने 23 साल तक तप किया और कई परीक्षाएं पास कीं.
सोशल मीडिया पर मचाया तहलका
महाकुंभ में खूबसूरती की वजह से हर्षा रिछारिया ने सोशल मीडिया पर खूब तहलका मचाई थी. भोपाल की रहने वाली हर्षा एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी की शिष्या हैं. हर्षा ने उत्तराखंड में दीक्षा लेकर दो साल वहीं बिताए हैं. उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर लिए हैं. उधर, प्रयागराज में रुद्राक्ष की माला बेचने आई मोनालिसा ने भी खूब सुर्खियां बटोरी. मोनालिसा को फिल्मों में काम करने का ऑफर मिला. फिल्मकार सनोज मिश्रा ने अपनी आने वाली फिल्म द डायरी ऑफ मणिपुर में बतौर लीड एक्ट्रेस काम करने का ऑफर दिया.
हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला
महाकुंभ में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला हुआ था. जिसकी वजह से हिमांगी सखी गंभीर रूप से घायल हो गईं. उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर हमला करने का आरोप लगाया. हमले का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें साफ दिख रहा था कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी 50-60 लोगों को लेकर अपने साथ आई थीं. जिनके पास त्रिशुल, फरसा जैसे हथियार थे. ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनते ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी खूब चर्चाओं में रहीं.
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धू-धूकर चला कल्पवासी टेंट
इस महाआयोजन में जैसे ट्रैफिक जाम से स्थिति खराब है, तो वहीं कई बड़ी घटनाओं ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा हैं. फिर चाहे वह मौनी अमावस्या पर स्नान के दौरान भगदड़ हो या महाकुंभ मेला क्षेत्र में कल्पवासी टेंट में आग लगने की घटना हो. या हिमांगी सखी पर हमला हो. दरअसल, रविवार को सेक्टर 19 स्थित एक कल्पवासी टेंट में गैस सिलेंडर लीक होने से अचानक आग लग गई. सूचना पर पहुंची दमक विभाग की टीम ने महज 10 मिनट में आग पर काबू पा लिया. इससे घटना में कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, हालांकि पूरा टेंट जलकर खाक हो गया. हादसे के पीछे साजिश की जांच चल रही है.
महाकुंभ में भगदड़
29 जनवरी को महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी. जिसमें कई लोगों ने अपनी जान दे दी. तब से विपक्ष लगातार योगी सरकार पर मृतकों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया जा रहा है. अब भगदड़ के बाद से लापता हुए लोगों को लेकर हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई. इसमें मांग की गई है कि भगदड़ में लापता हुए लोगों का विवरण एकत्र करने के लिए न्यायिक निगरानी समिति (जेएमसी) का गठन किया जाए. सरकार ने माना कि महाकुंभ में सिर्फ 1 ही जगह भगदड़ मची थी.
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इन तिथियों पर जुटे सबसे ज्यादा श्रद्धालु
13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) को 1.70 करोड़
14 जनवरी (मकर संक्रांति) को 3.50 करोड़
26 जनवरी को 1.74 करोड़
27 जनवरी को 1.55 करोड़
28 जनवरी को 4.99 करोड़
29 जनवरी (मौनी अमावस्या) को 7.64 करोड़
30 जनवरी को 2.06 करोड़
31 जनवरी को 1.82 करोड़
01 फरवरी को 2.15 करोड़
03 फरवरी (बसंत पंचमी) को 2.57 करोड़
09 फरवरी को 1.57 करोड़
10 फरवरी को 1.32 करोड़
11 फरवरी को 49.68 लाख
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