प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर वृंदावन में टकराव, अब दुकानदार और सोसायटी वालों में ठनी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2646937

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर वृंदावन में टकराव, अब दुकानदार और सोसायटी वालों में ठनी

Mathura News: वृंदावन में प्रेमानंद महाराज के समर्थन में अब दुकानदार भी उतर आए हैं. दुकानदारों और प्रेमानंद महाराज की यात्रा का विरोध करने वाले लोगों में ठन गई है.  

Premanand Maharaj

Mathura News: मथुरा वृंदावन में प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा को लेकर छिड़ा विवाद थम नहीं रहा है. प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा का विरोध करने वाली सोसाइटी के खिलाफ आक्रोष बढ़ता जा रहा है. प्रेमानंद महाराज के समर्थन में उतरे भक्‍तों ने अपनी दुकानों पर एनआरआई ग्रीन सोसायटी के लोगों को सामान न देने के पोस्टर लगा दिए हैं. दुकानदारों का कहना है कि जो प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का विरोध करेगा हम उसे सामान नहीं देंगे. 

एनआरआई ग्रीन सोसायटी के लोग कर रहे विरोध 
दरअसल, पिछले कुछ दिनों संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा में तेज म्यूजिक ढोल नगाड़े बजाने और आतिशबाजी का सुनरख मार्ग स्थित एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के लोगों द्वारा विरोध किया गया था. इसके बाद श्री राधा केलि कुंज आश्रम द्वारा रात्रि पदयात्रा के रूट और स्वरूप में बदलाव कर दिया गया. इसके बाद मामला शांत होने को था, तभी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने संत प्रेमानंद की रात्रि पदयात्रा का समर्थन करते हुए विरोध करने वाली महिलाओं एवं अन्य लोगों को दानव की संज्ञा दे दी थी. कालोनी के लोगों ने बागेश्‍वर बाबा से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं. 

पदयात्रा मार्ग पर खुली दुकानों का कारोबार चौपट 
अब सोसायटी के लोगों और पदयात्रा मार्ग पर पड़नी वाली दुकानों में ठन गई है. दुकानदारों ने पोस्‍टर लगाए हैं. इसमें लिखा है, जो प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का विरोध करेगा हम उसे सामान नहीं देंगे. दुकानदारों का कहना है कि प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद होने से उनका व्‍यापार चौपट हो गया है. दुकानदारों का कहना है कि पदयात्रा के दौरान दुकान से प्रेमानंद महाराज की तस्‍वीर, धार्मिक किताबें, फूल-माला बेचकर अपना परिवार का पालन पोषण करते हैं. इतना ही नहीं पदयात्रा मार्ग पर भक्‍त रंगोली भी सजाते थे. पदयात्रा में प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए रोजाना दो से तीन हजार भक्‍त आते थे. इससे उनका कारोबार चलता था. अब दुकानें बंद हैं. 

 

यह भी पढ़ें : प्रेमानंद महाराज के नाम पर फ्रॉड! आश्रम की शाखाओं, होटल-रेस्तरां और दुकानों को लेकर प्रबंधन ने पेश की सफाई

यह भी पढ़ें :  प्रेमानंद महाराज के बाद धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ गुस्सा फूटा, मथुरा में ब्रजवासियों ने काटा बवाल

Trending news