मोहम्मद शमी के दाहिने हाथ में जादूगर सा फन है और अपनी कलाई के झटके से वह दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों को चकमा दे सकते हैं. फैंस को उम्मीद है कि मोहम्मद शमी इस टूर्नामेंट में भारत को जसप्रीत बुमराह की कमी महसूस नहीं होने देंगे.
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मोहम्मद शमी के दाहिने हाथ में जादूगर सा फन है और अपनी कलाई के झटके से वह दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों को चकमा दे सकते हैं. फैंस को उम्मीद है कि मोहम्मद शमी इस टूर्नामेंट में भारत को जसप्रीत बुमराह की कमी महसूस नहीं होने देंगे. जसप्रीत बुमराह कमर के निचल हिस्से में चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर हैं. वैसे मोहम्मद शमी की तैयारियों को लेकर काफी चिंताएं भी हैं. भारतीय टीम को दुबई में बांग्लादेश के खिलाफ 20 फरवरी को पहला मैच खेलना है.
भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जिता सकता है ये स्टार खिलाड़ी
34 साल के मोहम्मद शमी चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहे हैं. मोहम्मद शमी ने विभिन्न स्तरों और अलग-अलग फॉर्मेट में कुछ मैच खेले हैं, लेकिन बड़े टूर्नामेंट में अपेक्षाओं पर खरे उतरने का दबाव अलग होता है. ऐसे में जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में उन पर दबाव और बढ़ जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी में मोहम्मद शमी के साझेदार अर्शदीप सिंह होंगे, लेकिन वह जसप्रीत बुमराह की क्लास के गेंदबाज नहीं हैं.
बुमराह से बेहतर गेंदबाजी की थी
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि मोहम्मद शमी के पास काफी अनुभव है और वह इस चुनौती का सामना कर लेंगे. लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा,‘मोहम्मद शमी ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप और पिछले वनडे वर्ल्ड कप (2023) में जसप्रीत बुमराह से बेहतर गेंदबाजी की थी. जसप्रीत बुमराह अलग-अलग फॉर्मेट में चैम्पियन गेंदबाज है, लेकिन मोहम्मद शमी के पास अनुभव है और बुमराह के आने से पहले भारत के आक्रमण की जिम्मेदारी उसी पर थी.’
नई गेंद से कमाल करना होगा
लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा ,‘अगर भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है तो शमी को नई गेंद से कमाल करना होगा. पहले छह ओवर में नई गेंद से प्रदर्शन भारत के लिए काफी मायने रखेगा. अगर वह शुरुआती कामयाबी दिला सका तो भारत का मनोबल काफी बढे़गा.’ मोहम्मद शमी की जिम्मेदारी विकेट लेना ही नहीं बल्कि अर्शदीप और हर्षित राणा जैसे गेंदबाजों का मार्गदर्शन करने की भी होगी.
12 साल के अनुभव से पलट देगा बाजी!
लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा,‘मोहम्मद शमी इस समय गेंदबाजों का अगुआ है. वह लंबे समय से रहा है और पिछले 12 साल में टेस्ट क्रिकेट में खास तौर पर उसका प्रदर्शन शानदार रहा है. अब दूसरे गेंदबाजों के मार्गदर्शक के तौर पर वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहा है.’