Bangladesh News: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी और नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि बांग्लादेश में एक बार फिर गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
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Bangladesh Operation Devil Hunt: बांग्लादेश में 'ऑपरेशन डेविल हंट'बांग्लादेश में हालात अभी और बिगड़ते जा रहे है. बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार के बाद मोहम्मद यूनुस सरकार के टारगेट पर शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग है. कार्यवाहक सरकार पर नया आरोप है कि वो चुन चुनकर हसीना के पार्टी के लोगों को निशाना बना रही है. सरकार ने हाल ही में ऑपरेशन डेविल हंट शुरू करने का ऐलान किया है. इस ऑपेरशन का मकसद देश में कानून और व्यवस्था को स्थापित करना है. लेकिन इसके पीछे की साजिश कुछ और ही है. क्या है पूरा माजरा, जानिए इस रिपोर्ट में.
क्या बांग्लादेश में एक बार फिर हालात बेकाबू हो गए हैं?
क्या बांग्लादेश में फिर से गृहयुद्ध का खतरा मंडराने लगा है?
क्या शेख हसीना का नामोनिशान मिटा देंगे मोहम्मद यूनुस?
पहले बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों को बनाया गया निशाना
फिर कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश में आतंक बरपाया.
बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी और नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि बांग्लादेश में एक बार फिर गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं. बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं. लगता है मानों बांग्लादेश को बर्बाद करने में यूनुस सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. अंतरिम सरकार के फैसलों से ऐसा लगता है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का नामोनिशान मिटा दिया जाएगा और इसके लिए युनूस सरकार किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
बांग्लादेश में 'ऑपरेशन डेविल हंट'
आप सभी जानते हैं कि देश भर में अवामी फासीवादियों का दमन करने के लिए गृह मंत्रालय ने ऑपरेशन डेविल हंट शुरू करने का फैसला किया है। इस ऑपरेशन के जरिए इस देश से अवामी लीग का सफाया हो जाएगा. बांग्लादेश में अब 'ऑपरेशन डेविल हंट' अभियान शुरू किया गया है. जिसका मकसद तो शांति कायम करना है. लेकिन, माना जा रहा है, कि शेख हसीना के समर्थकों पर कहर बरपाने के लिए ही इसकी शुरुआत की गई है.
अब जरा समझिए कि आखिर ऑपरेशन डेविल हंट है क्या?
बांग्लादेश के गाजीपुर में छात्रों और शेख हसीना समर्थकों में झड़प हुई थी.
इस झड़प में शेख हसीना विरोधी करीब 15 छात्र घायल हुए थे.
छात्रों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था.
छात्रों के 24 घंटे के अल्टीमेटम के बीच हमलावर नहीं पकड़े गए.
अब युनूस सरकार ने राष्ट्रव्यापी अभियान डेविल हंट शुरू किया है.
छात्रों पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान है.
इस ऑपरेशन के जरिये हिंसक झड़प पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है.
किसके कहने पर अवाम की आंख में धूल झोंक रहे यूनुस?
युनूस सरकार दावा कर रही है कि शेख हसीना के परिवार और अवामी लीग पार्टी के राजनेताओं से जुड़ी संपत्तियों पर या किसी भी बहाने से किसी भी नागरिक के खिलाफ कोई और हमला नहीं होगा. लेकिन माना जा रहा है कि युनूस सरकार की शह पर ही ऐसे हमले किए जा रहे हैं.युनूस सरकार की कोशिश शेख हसीना के समर्थकों को हमेशा के लिए खत्म करना है.
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि शेख हसीना के खिलाफ पूरा बांग्लादेश नहीं है, बल्कि उनका अभी भी भारी जनसमर्थन मौजूद है.इस बात से मोहम्मद यूनुस घबराए हुए हैं और बांग्लादेश में चुनाव से पहले शेख हसीना के जनसमर्थन को पूरी तरह से खत्म करने की साजिश में जुटे हैं. लेकिन मोहम्मद युनूस अपने प्लान में कितने कामयाब हो पाएंगे ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.