World Population Day 2024 : विश्व जनसंख्या दिवस को हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है. इसका उद्देश्य वैश्विक जनसंख्या मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे आबादी वाला देश कौन सा है. यहां जानिए.
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World Population Day 2024: भारत दुनिया का सबसे बड़ी आबादी वाला देश है. पिछले साल यूएनएफपीए ने अपनी विश्व जनसंख्या रिपोर्ट जारी की थी. जिसके अनुसार, भारत की अनुमानित जनसंख्या 1.4286 बिलियन है और इसके साथ भारत ने साल 202 में चीन नीचे खिसका कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया. हालांकि जानकार कहते हैं कि भारत की जनसंख्या साल 2050 के करीब घटने लगेगी.
जहां एक तरफ भारत और चीन दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं, जिनमें से हर एक की जनसंख्या 1 अरब से अधिक है और विश्व जनसंख्या में उनकी हिस्सेदारी लगभग 18% है, वहीं दूसरी ओर यह देखना भी दिलचस्प होगा कि दुनिया में कम आबादी वाले देश कौन से हैं. आइये आपको बताते हैं कि दुनिया के वो 10 देश कौन से हैं, जहां की आबादी एक गांव की आबादी से भी कम है.
दुनिया के 10 सबसे कम आबादी वाले देश (2024)
1. वेटिकन सिटी - 764
2. टोकेलाऊ - 1,915
3. नियू - 1,935
4. फ़ॉकलैंड द्वीप - 3,803
5. मोंटसेराट - 4,372
6. सेंट पियरे और मिकेलॉन - 5,815
7. सेंट बार्थेलेमी - 11,019
8. वालिस और फ़्यूचूना - 11,439
9. तुवालु - 11,478
10. नाउरू - 12,884
1. वेटिकन सिटी :
इस देश में सिर्फ 764 लोग रहते हैं. इस देश का क्षेत्रफल केवल 49 हेक्टेयर है. यहां की नागरिकता लेना आसान नहीं है और यही वजह है कि इस देश की जनसंख्या भी बहुत सीमित है.
2. टोकेलाऊ
टोकेलाऊ तीन सुदूर एटोल का समूह है, जो दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में मौजूद है. इसका क्षेत्रफल केवल 26 वर्ग किलोमीटर है और यहां कोई हवाईअड्डा नहीं है. यहां सिर्फ नाव से पहुंचा जा सकता है. यही वजह है कि टोकेलाऊ छोटी आबादी वाला देश है.
3. नियू
न्यूजीलैंड के साथ स्वतंत्र सहयोग में यह स्वशासित द्वीप है. ये केवल 260 वर्ग किलोमीटर जमीन पर बसा है. इस छोटे से देश में आर्थिक अवसरों की कमी होने के कारण जनसंख्या वृद्धि सीमित है. देश में लगभग 1,935 लोग ही रहते हैं.
4. फ़ॉकलैंड द्वीप
ये द्वीप दक्षिण अटलांटिक में बसा है. इसकी अलग-थलग स्थिति और इसका जलवायु इतना कठोर है कि लोग यहां बसना कम ही पसंद करेंगे. यहां की आबादी 3,500 के करीब है और यहां के लोगों का खर्च मछली पकड़ने और पर्यटन से चलता है.
5. मोंटसेराट
ये एक कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र है, जहां 4,372 लोग रहते हैं. दरअसल, साल 1990 में यहां ज्वालामुखी ने द्वीप का अधिकांश भाग नष्ट कर दिया. इसके बाद कई निवासी यहां से पलायन कर गए.
6. सेंट पियरे और मिकेलॉन
ये देश उत्तरी अटलांटिक में स्थित है. यहां की जनसंख्या लगभग 5,815 है. ये देश कनाडा के तट से बहुत दूर है. यहां के लोग मछली पकड़ने और पर्यटन से अपना खर्च निकालते हैं.
7. सेंट बार्थेलेमी
कैरिबियन में एक फ्रांसीसी विदेशी समुदाय के रूप में, सेंट बार्थेलेमी केवल 25 वर्ग किलोमीटर में बसा है. यहां न तो कोई उद्योग है और ना ही कृषि होती है. हां लेकिन लोग यहां लक्जरी ट्रैवल के लिए जाते हैं. रोजगार और आय के कम श्रोत होने के कारण यहां की आबादी केवल 11,019 के करी है.
8. वालिस और फ़्यूचूना
ये दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में बसा फ्रांसीसी विदेशी क्षेत्र है. ये कुल तीन छोटे ज्वालामुखी द्वीप से बना है, जिनका कुल क्षेत्रफल केवल 142 वर्ग किलोमीटर है. यहां रहने वाले लोगों के सामने आर्थिक चुनौतियां हैं. यही वजह है कि यहां लगभग 11,439 लोग ही रहते हैं.
9. तुवालु
ये देश नौ छोटे एटोल से मिलकर बना है. यहां की आबादी मात्र 11,478 है. ये 26 वर्ग किलोमीटर के छोटे से भू-भाग पर बसा है.
10. नाउरू
दुनिया के सबसे छोटे गणराज्य नाउरू केवल 21 वर्ग किलोमीटर भू क्षेत्र पर बसा है. यहां लगभग 12,884 लोग रहते हैं. देश की आर्थिक चुनौतियों और प्राकृतिक संसाधनों की कमी के कारण यहां की जनसंख्या इतनी कम है.
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