India-Relations Relations: विदेश मंत्रालय ने कार्यक्रम में नारेबाजी की घटना को परेशान करने वाला बताया और कहा कि यह एक बार फिर उस राजनीतिक जगह को दर्शाता है जो कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दिया गया है.
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India-Canda Conflict: भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मौजूदगी में टोरंटो में एक पब्लिक इवेंट में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी पर सोमवार को कनाडा के उप उच्चायुक्त को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया. विदेश मंत्रालय ने कार्यक्रम में नारेबाजी की घटना को परेशान करने वाला बताया और कहा कि यह एक बार फिर उस राजनीतिक जगह को दर्शाता है जो कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है, बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है.
राजनयिक को विदेश मंत्रालय ने किया तलब
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'कनाडा के उप उच्चायुक्त को एक प्रोग्राम में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी के संबंध में विदेश मंत्रालय में तलब किया गया. इस कार्यक्रम को कनाडा के प्रधानमंत्री ने संबोधित किया था.' मंत्रालय ने कहा, 'कार्यक्रम में इस तरह की परेशान करने घटना को अनियंत्रित रूप से जारी रखने की अनुमति दिए जाने पर भारत सरकार ने गहरी चिंता और कड़ी आपत्ति जताई है.'
MEA says, "The Canadian Deputy High Commissioner was today summoned to the Ministry of External Affairs with regard to the raising of separatist slogans on ‘Khalistan’ at an event which was being personally addressed by the Prime Minister of Canada. The Government of India’s deep… pic.twitter.com/fnq4CZXzQA
— ANI (@ANI) April 29, 2024
बयान में कहा गया, 'यह एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दी गई राजनीतिक जगह को दर्शाता है.' विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है.
सिख समुदाय से क्या बोले ट्रूडो
दूसरी ओर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सिख समुदाय को भरोसा दिलाया है कि भारत के साथ एक नये समझौते पर बातचीत की गई है ताकि दोनों देशों के बीच और उड़ानों एवं वायु मार्गों को जोड़ा जा सके. उन्होंने कहा कि कई कनाडावासियों के प्रियजन भारत में रहते हैं जिनसे वे अक्सर मिलना चाहते हैं.
ट्रूडो ने खालसा दिवस कार्यक्रम में कहा, 'यही कारण है कि हमारी सरकार ने दोनों देशों के बीच और भी उड़ानें और वायु मार्ग जोड़ने के लिए भारत के साथ एक नये समझौते पर बातचीत की है और हम अमृतसर सहित अन्य स्थानों के लिए और भी उड़ानें शुरू करने के वास्ते अपने समकक्षों के साथ काम करना जारी रखेंगे.' इसी कार्यक्रम में खालिस्तानी समर्थक नारे लगे. नवंबर 2022 में, भारत और कनाडा ने एक समझौते पर सहमति जताई थी जो एयरलाइन कंपनियों को दोनों देशों के बीच असीमित संख्या में उड़ानें संचालित करने की अनुमति देता है.