Maghi Purnima Snan: माघी पूर्णिमा स्नान पर सरयू से काशी तक श्रद्धालुओं का सैलाब, घाटों पर तिल रखने जगह नहीं
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Maghi Purnima Snan: माघी पूर्णिमा स्नान पर सरयू से काशी तक श्रद्धालुओं का सैलाब, घाटों पर तिल रखने जगह नहीं

Maghi Purnima Snan 2025: प्रयागराज के अलावा अयोध्या से लेकर काशी और रुद्रप्रयाग  तक माघी पूर्णिमा को लेकर रामनगरी आयोध्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. सुबह से ही लोग आस्था की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना कर रहे हैं.

Maghi Purnima Snan

Maghi Purnima Snan: 'माघी पूर्णिमा' के मौके पर प्रयागराज में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा है. श्रद्धालुओं ने संगम तट पर पवित्र डुबकी लगाई. प्रयागराज के अलावा अयोध्या से लेकर काशी और रुद्रप्रयाग  तक माघी पूर्णिमा को लेकर रामनगरी आयोध्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. सुबह से ही लोग आस्था की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना कर रहे हैं. धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु स्वंय ही गंगाजल में निवास करते हैं. इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है. साथ ही सूर्यदेव को जल अर्घ्य देने के बाद दान-पुण्य के काम किए जाते हैं. विष्णुजी और मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है.

अयोध्या में उमड़ा सैलाब
'माघी पूर्णिमा' पर अयोध्या में भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान किया. इस दौरान अयोध्या में 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. भीड़ को देखते हुए अयोध्या में डीएम चन्द्र विजय सिंह ने स्कूल भी 14 फरवरी तक के लिए बंद कर दिए गए है अयोध्या धाम में बड़े वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है. डायवर्जन का दायरा पहले की तुलना में कल से ही बढ़ा दिया गया है. 

'माघी पूर्णिमा' स्नान पर प्रशासन अलर्ट
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने अंबेडकरगनर, सुल्तानपुर, बाराबंकी, रायबरेली व अमेठी जिले के बॉर्डर पर वाहनों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया है. इसके बाद भी वाहनों का प्रेशर हाईवे पर देखने को मिल रहा है. लोग पैदल ही अयोध्या की ओर जा रहे हैं. वहीं, अयोध्या शहर में टेढ़ी बाजार से पहले उदया चौराहे पर ही शहर के अंदर पहुंच रहे चार पहिया वाहनों को पार्किंग एरिया में खड़ा कराया जा रहा है. वहां से पैदल राम जन्मभूमि मंदिर तक भक्त रास्ता तय कर रहे हैं.

काशी में भी श्रद्धा और भक्ति का संगम
धर्मनगरी वाराणसी में माघ पूर्णिमा पर श्रद्धा और भक्ति का अन संगम देखने को मिल रहा है. श्रद्धालु भोर से ही गंगा घाटों पर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं. इस दिन गंगा में स्नान करना शुभ माना जाता है. माघी पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान के बाद लोग सूर्यदेव को जल अर्घ्य देने के बाद दान-पुण्य भी कर रहे हैं. वाराणसी में माघ पूर्णिमा के दिन से ही नागा साधुओं का भी आगमन शुरू हो जाता है.

रुद्रप्रयाग संगम पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
माघ पूर्णिमा पर रुद्रप्रयाग संगम पर भी देश विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं. इस संगम स्थल पर अलकनंदा और मंदाकिनी का संगम होता है. इस स्थान पर मां चामुंडा और स्वयं रुद्रनाथ भगवान जी की शिला और स्वयंभू लिंग है. इस शहर को रुद्रप्रयाग के नाम से भी जाना जाता है. इस संगम स्थल पर श्रद्धालु सुबह 4 बजे से स्नान करने के लिए संगम स्थल पहुंच रहे हैं. माघ पूर्णिमा के अवसर पर कहते हैं कि देवता स्नान करने स्वर्ग से धरती पर पहुंचते हैं.

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