Uttar Pradesh Accident Report: अगर आप भी वाहन चलाते समय मोबाइल का इतेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि प्रदेश परिवहन विभाग की हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई है. आइए जानते हैं क्या है रिपोर्ट...
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UP Road Accident Report: उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में प्रश्न उठता है कि परिवहन विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद इन दुर्घटनाओं पर काबू क्यों नहीं पाया जा सका है. आपको बता दें कि प्रदेश में सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों में से 56% की मौत का कारण तेज रफ्तार और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल रहा. वहीं, नशे में वाहन चलाने से 8% और गलत दिशा में गाड़ी चलाने से 12% लोगों की जान चली गई. चौंकाने वाली बात यह है कि सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए कुल लोगों में से 42% सिर्फ 20 जिलों से थे, जिनमें लखनऊ, सीतापुर और बाराबंकी भी शामिल हैं.
यह खुलासा परिवहन विभाग की हालिया रिपोर्ट में हुआ है, रिपोर्ट के अनुसार, इन बढ़ते हादसों को रोकने के लिए अब परिवहन विभाग पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत कई विभागों के साथ मिलकर विशेष अभियान चलाने जा रहा है.
हादसे रोकने के लिए नई रणनीति
यूपी में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने नई रणनीति तैयार की है. इसके तहत वाहनों की फिटनेस जांच और ओवरलोडिंग पर सख्ती की जाएगी. यातायात पुलिस को अधिक सक्रिय किया जाएगा. एक्सप्रेसवे और हाईवे पर गश्त बढ़ाई जाएगी. स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे. एंबुलेंस सेवाओं को तेज किया जाएगा, ताकि दुर्घटना के बाद जल्द से जल्द घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा सके. परिवहन विभाग ने संबंधित विभागों को पत्र भेजकर 2025 तक सड़क हादसों में 20 से 30 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य रखा है.
20 सबसे ज्यादा दुर्घटना वाले जिले
जिला | हादसे | मौत |
लखनऊ | 1630 | 576 |
कानपुर नगर | 1448 | 560 |
प्रयागराज | 1448 | 547 |
मथुरा | 1035 | 591 |
हरदोई | 1105 | 609 |
आगरा | 1223 | 586 |
बुलंदशहर | 1065 | 571 |
सीतापुर | 931 | 544 |
बाराबंकी | 943 | 527 |
उन्नाव | 919 | 537 |
लखीमपुर खीरी | 774 | 525 |
बरेली | 1196 | 600 |
अलीगढ़ | 959 | 472 |
गौतम बुद्ध नगर | 1165 | 462 |
शाहजहांपुर | 883 | 450 |
गोरखपुर | 1276 | 435 |
कुशीनगर | 703 | 425 |
बदायूं | 618 | 396 |
मेरठ | 911 | 390 |
बिजनौर | 670 | 389 |
परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए. इनमें लखनऊ, आगरा, मथुरा, कानपुर नगर, प्रयागराज, बाराबंकी, और सीतापुर प्रमुख हैं.
इन जिलों में दुर्घटनाओं और मृत्युदर में वृद्धि दर्ज की गई है.
गलत दिशा में गाड़ी चलाने से 12% लोगों की मौत
रिपोर्ट के अनुसार, सड़क हादसों में मौत के पीछे तीन प्रमुख कारण हैं.
1. रफ्तार – 49% मौतें
2. मोबाइल का इस्तेमाल – 7% मौतें
3. गलत दिशा में गाड़ी चलाना – 12% मौतें
इसके अलावा, रेड लाइट तोड़ने से 1% मौतें हुईं और बाकी 23% मौतों के पीछे अलग-अलग कारण रहे.
किन जिलों में बढ़ी दुर्घटनाएं
2024 में सड़क हादसों में मृत्युदर आगरा में 17.4%, सीतापुर में 7.3%, हरदोई में 6.7% और उन्नाव में 11.2% बढ़ गई. हालांकि, कानपुर नगर में मृत्युदर में 12.2% की गिरावट आई, जिसके पीछे मेट्रो की शुरुआत, सड़क चौड़ीकरण और पुलिस-परिवहन विभाग की चौकसी को प्रमुख कारण माना जा रहा है.
अधिकारियों का क्या कहना है?
सड़क सुरक्षा अपर आयुक्त परिवहन ने कहा कि प्रदेश में सड़क हादसे कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए 20 जिलों पर विशेष फोकस है. एक्सप्रेसवे और अन्य मार्गों पर गश्त बढ़ाई गई है. युवाओं को जागरूक करने के लिए भी अभियान चल रहा है. विभिन्न विभागों के समन्वय से नई रणनीति अपनाई जा रही है, जिससे सड़क हादसों में कमी लाई जा सके.