Ghaziabad News: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पकड़े गए पांच मुन्नाभाई, स्वतंत्रता सेनानी के परिजन का दावा पड़ा भारी
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Ghaziabad News: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पकड़े गए पांच मुन्नाभाई, स्वतंत्रता सेनानी के परिजन का दावा पड़ा भारी

Ghaziabad News: यूपी पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर इस परीक्षा में शामिल होने वाले 5 मुन्ना भाईयों के खिलाफ केस दर्ज किया है. मामले में तीन को गिरफ्तार किया गया है. पढ़िए पूरी डिटेल

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Ghaziabad News: यूपी पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 में मुन्ना भाईयों पर शिकंजा कसा है. पांच मुन्ना भाईयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये मुन्ना भाई फर्जी स्वतंत्रता सेनानी आश्रित प्रमाण पत्र लगाकर भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे. आपको बता दें, 26 दिसंबर से 28 जनवरी तक पुलिस लाइन में पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच हुई थी. 

प्रमाण पत्र फर्जी होने का शक
प्रथमदृष्ट्या जांच में प्रमाण पत्र फर्जी होने के शक के बाद जिलाधिकारी कार्यालय से प्रमाण पत्र की  सत्यता की जांच कराई गई थी. प्रमाण पत्र के फर्जी निकलने के बाद भर्ती परीक्षा में शामिल 5 मुन्ना भाईयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. जानकारी के मुताबिक, अर्जुन, प्रशांत, रूबी, योगेंद्र और अरुण के खिलाफ थाना कवि नगर में केस दर्ज किया गया है. जिनमें से प्रशांत, योगेंद्र और अरुण को गिरफ्तार किया गया हैं. पुलिस का कहना है कि दो फरार आरोपितों की तलाश हो रही है.

कब हुई थी परीक्षा?
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीबीपीबी) ने यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल की लिखित परीक्षा को 23 से 31 अगस्त 2024 के बीच आयोजित की थी. 21 नवंबर को इसका रिजल्ट जारी किया गया था. जिन 2300 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में सफलता हासिल की, उनका शारीरिक परीक्षण और कागजों की जांच पुलिस लाइन गाजियाबाद में हुई.

कहां के रहने वाले हैं आरोपी?
जानकारी के मुताबिक, चार अभ्यर्थी बुलंदशहर के हैं, वहीं एक अभ्यर्थी मेरठ का है. प्रमाण पत्र शुरुआती जांच में फर्जी लगने पर मेरठ और बुलंदशहर जांच के लिए भेजे गए थे. दोनों जनपदों के जिला प्रशासन का कहना है कि जो प्रमाण पत्र लगाए गए हैं, उन्हें उनके जनपद में जारी नहीं किया गया है. जांच रिपोर्ट मिलने पर कविनगर थाने में निरीक्षक वेदराम की शिकायत पर पांचों अभ्यर्थियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. 

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