Lactic Acid Bacteria Side Effects: लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया कई ऐसे फूड्स में पाए जाते हैं, जो आप रोजाना के खाने में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या इस तरह का भोजन आपके लिए सुरक्षित है, या फिर नुकसान होना तय है?
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Lactic Acid Bacteria Ke Nuksan: पिछले कुछ दशकों में प्रोसेस्सड और पैक्ड मीट का चलन बढ़ा है, जिसमें फैट और सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, यही वजह है कि ये हेल्थ के लिए बिलकुल भी अच्छे नहीं माने जाते, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तरह के मांस में लैक्टिक एसिड बैक्टीरियाज भी पाए जाते हैं. क्या ये बैक्टीरिया आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. आइए न्यूट्रीशनिस्ट निखिल वत्स से जानते हैं.
क्या है लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया?
लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया प्रोसेसेड मीट के अलावा अचार, दही जैसी फर्मेंटेड चीजों में पाए जाते हैं, इनमें लैक्टोबैसिलस सेक (Lactobacillus sake), लैक्टोबैसिलस कर्वेटस (Lactobacillus curvatus), लेकोनोस्टोक गेलेडियम (Leuconostoc gelidium), लेकोनोस्टोक कारोनोसम (Leuconostoc carnosum), लेकोनोस्टोक मेलेनटेरॉयड्स (Leuconostoc mesenteroides), एसिनेटोबैक्टर (Acinetobacter), बैसिलस (Bacillus), माइक्रोकोकस (Micrococcus), सेराटिया (Serratia), और स्टोफीलोकोकस (Staphylococcus) शामिल हैं.
लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के नुकसान
लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया आमतौर पर खाने के लिए सेफ लमाने जाते हैं लेकिन अगर आपने इसका हद से ज्यादा सेवन किया तो कुछ नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं.
अगर आपको पहले से ही गैस और ब्लोटिंग की समस्या है तो लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के कारण ये परेशानी और भी ज्यादा बढ़ सकती है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक 38 ऐसे लोगों पर स्टडी की गई जो प्रोबायोटिक फूड्स (Probiotic Foods) खाते थे. इसमें से ज्यादातर लोगों के खून में लैक्टिक एसिड बढ़ गया, छोटी आंतों में ज्यादा बैक्टीरिया पनपने लगे, कुछ लोगों में ब्रेन फॉग, ब्लोटिंग और गैस के लक्षण नजर आने लगे.
कुछ रिसर्चर्स इस बात का भी दावा करते हैं कि प्रोबायोटिक्स हमारे इम्यून सिस्टम के फंक्शन पर भी बुरा असर डाल सकते हैं. हलांकि उन लोगों को नुकसान ज्यादा होता है जो प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं. वैसे हर किसी का मेडिकल कंडीशन अलग-अलग होता है, इसलिए कुछ भी खाने से पहले डाइटीशियन की सलाह जरूर लें.
(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)