Floating City: समंदर में दौड़ेगा मछलीनुमा वर्ल्ड क्लास शहर, रह पाएंगे 7000 लोग, खासियतें कर देंगी हैरान
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Floating City: समंदर में दौड़ेगा मछलीनुमा वर्ल्ड क्लास शहर, रह पाएंगे 7000 लोग, खासियतें कर देंगी हैरान

Sailing City: वेदर डॉट कॉम से बातचीत में फ्रांस के आर्किटेक्ट जैक्स रौगेरी ने कहा उन्होंने ही सिटी ऑफ मरीन्स को मंता रे का डिजाइन दिया है. यह उन लोगों के लिए भी खास तौर से डिजाइन किया गया है जो समंदर के गहरे राज दुनिया के सामने लाना चाहते हैं. 

Floating City: समंदर में दौड़ेगा मछलीनुमा वर्ल्ड क्लास शहर, रह पाएंगे 7000 लोग, खासियतें कर देंगी हैरान

Floating City Photos: दुनिया की आबादी 8 अरब के पार हो चुकी है. जमीन पर रहने लायक जगह घटती जा रही है. ऐसे में भविष्य के विकल्पों पर मंथन शुरू हो गया है. इंसान अब पानी में तैरने वाले शहरों में रहने के लिए कमर कस रहा है. इसमें हजारों लोग रह सकते हैं. यह समुद्री मछली मंता रे के आकार का होगा. हालांकि अभी यह सिर्फ एक आइडिया है. लेकिन अगर इसकी तस्वीर देखें तो किसी फिक्शन फिल्म का शहर लगता है. इस शहर में 7000 लोग रह सकते हैं. 

चूंकि यह समंदर की लहरों पर घूमेगा तो यहां अनुसंधान और साइंस पर रिसर्च भी किया जा सकता है. वेदर डॉट कॉम से बातचीत में फ्रांस के आर्किटेक्ट जैक्स रौगेरी ने कहा उन्होंने ही सिटी ऑफ मरीन्स को मंता रे का डिजाइन दिया है. यह उन लोगों के लिए भी खास तौर से डिजाइन किया गया है जो समंदर के गहरे राज दुनिया के सामने लाना चाहते हैं. यहां दुनिया भर से लोग आएंगे. इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर भी यूनाइटेड नेशन्स के तय मानकों के मुताबिक होगा. 

खासियतें जान लीजिए

  • यह शहर समंदर के नीचे होगा. समुद्र की दुनिया को और बेहतर तरीके से जानने और समझने का मौका मिलेगा. 

  • यह शहर 900 मीटर लंबा और 500 मीटर चौड़ा होगा. एक हिस्से में 90 मीटर लंबी पनडुब्बियां होंगी, जिनका इस्तेमाल रिसर्च के लिए किया जाएगा. 

  • इसमें स्पोर्ट्स जोन, लैब, क्लासेज के अलावा बड़ा लेक्चर हॉल भी होगा. 

  • इसमें समुद्री ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा. यह साल 2050 तक चालू हो सकता है.

  • रौगरी ने कहा कि 13 साल पहले ऐसा शहर बनाने पर विचार शुरू हुआ था.

  • मालदीव भी ऐसा ही आइडिया लेकर चल रहा है, जिसमें 5000 घरों वाला शहर बसाया जाएगा. इसमें 20 हजार लोग रह सकते हैं. यहां सारी चीजें पुल के जरिए आपस में जुड़ी होंगी. 

  • मंता रे के पंखों के आखिर में हायड्रोपोनिक ग्रीनहाउस गैसों तक पहुंच होगी.    

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