Smriti Irani: दिल्ली में बीजेपी की शानदार जीत के बाद अब नया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है. दिल्ली में मुख्यमंत्री की रेस में कई नामों की चर्चा तेज हो रही है. चौंकाने वाले नाम पर मुहर लग सकती है.
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Smriti Irani: दिल्ली में 27 साल बाद कमल खिल गया है. बीजेपी की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री की रेस में कई नामों की चर्चा हो रही है. इसमें एक नाम यूपी के अमेठी से पूर्व सांसद स्मृति ईरानी का भी है. माना जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्व चौंकाने वाले फैसले कर सकता है. आइये जानते हैं अमेठी से पूर्व सांसद स्मृति ईरानी के बारे में...
कौन हैं स्मृति ईरानी?
जानकारी के मुताबिक, स्मृति ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को मल्होत्रा परिवार में हुआ है. स्मृति ईरानी के पिता पंजाबी और मां असमिया हैं. पूर्व सांसद का पूरा नाम स्मृति जुबिन ईरानी है. स्मृति ईरानी राजनीति में आने से पहले होटल से लेकर टीवी में काम कर चुकी हैं. स्मृति ईरानी की शुरुआती पढ़ाई के बाद कारसपोंडेंस से बीकाम में एडमिशन लिया, हालांकि पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी. इसके बाद ही वह होटल में वेट्रेस का काम किया.
मिस इंडिया के लिए ऑडिशन दिया
इसके बाद पिता के सहयोग से दिल्ली में ब्यूटी प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने लगीं. इस दौरान उन्होंने मुंबई जाने का मन बनाया. 1998 में स्मृति ईरानी ने मिस इंडिया के लिए ऑडिशन दिया और सेलेक्ट हो गईं. हालांकि, उनके पिता ने कॉन्टेस्ट में भाग लेने से मना कर दिया. आखिर में मां ने साथ दिया. मां ने किसी तरह पैसों का इंतजाम करके स्मृति ईरानी को मिस इंडिया के लिए भेजा. स्मृति कॉन्टेस्ट में फाइनल तक पहुंचीं, लेकिन जीत नहीं पाईं.
होटल में वेट्रेस से टीवी अभिनेत्री तक
इसके बाद मां को पैसे लौटाने के लिए स्मृति ईरानी ने नौकरी की तलाश करने लगीं. कई मॉडलिंग ऑडिशन देने के बाद भी जब जॉब नहीं मिली तो उन्होंने एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने की सोची. बताया जाता है कि स्मृति ईरानी टीवी में काम करने के लिए 'क्योंकि सास...' के लिए ऑडिशन दिया, हालांकि उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया. इसके बाद साल 2000-2008 तक मशहूर टीवी शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' आया. इसमें स्मृति ईरानी ने तुलसी विरानी का किरदार निभा कर अपनी अलग पहचान बनाई.
कब हुई शादी
स्मृति ईरानी ने साल 2001 में पारसी एंटरप्रेन्योर जुबिन ईरानी से शादी कर ली. इसके बाद वह अपने नाम में जुबिन ईरानी लगाने लगीं. अक्टूबर 2001 में उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया. इसका नाम जोहर रखा. दो साल बाद सितंबर 2003 में उन्होंने बेटी जोइश को जन्म दिया. इनकी एक सौतेली बेटी भी है जिसका नाम शनेल है. शानेल जुबिन और उनकी पहली पत्नी मोना की बेटी हैं.
कैसे राजनीति में पहुंचीं
बताया जाता है कि स्मृति ईरानी के दादा जी स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे. इसके चलते वह भी बचपन में ही आरएसएस से जुड़ गईं. उनकी मां भी जनसंघी थी. साल 2003 में स्मृति ईरानी ने बीजेपी ज्वॉइन किया. इसके बाद साल 2004 में महाराष्ट्र यूथ विंग की वाइस-प्रेसिडेंट बनीं. साल 2004 में ही दिल्ली की चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ा. हालांकि, वह कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से चुनाव हार गईं.
2024 के चुनाव में मिली हार
इसके बाद साल 2010 में स्मृति बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनीं. साल 2014 में यूपी की अमेठी सीट से राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा. हार के बाद भी मोदी ने उन्हें केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री बनाया. साल 2024 का चुनाव भी स्मृति ईरानी ने अमेठी से लड़ा, उन्हें कांग्रेस के केएल शर्मा ने चुनाव हरा दिया.
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