Asaduddin Owaisi News: वक्फ बोर्ड संशोधन बिल (Waqf Ammenment bill) के विरोध में असदुद्दीन ओवैसी लगातार आवाज उठा रहे हैं. इस बीच उन्होंने एक इंटरव्यू में बहुत बड़ा बयान देते हुए केंद्र में पीएम मोदी (PM Modi) की सरकार कमजोर नस दबाने की कोशिश की है.
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Asaduddin owaisi on waqf bill: वक्फ बोर्ड संशोधन बिल (Waqf Amendment Bill) को लेकर मोदी सरकार बहुत आगे निकल गई है. असदुद्दीन ओवैसी और कुछ विपक्षी दल लगातार इसके खिलाफ मोर्चा खोले हैं. संसद के दोनों सदनों में वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की जेपीसी की रिपोर्ट पेश (JPC report tabled in Rajya Sabha) करने को लेकर हंगामा हो रहा है. विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि उनके सदस्यों के असहमति नोट के कुछ हिस्सों को रिपोर्ट से हटा दिया गया है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इससे साफ इनकार कर रही है.
ओवैसी क्यों याद दिला रहे हैं राजधर्म?
इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद, असदुद्दीन ओवैसी, जो वक्फ बिल पर बनी संसदीय समिति का हिस्सा थे, उन्होंने केंद्र सरकार को सहयोग दे रहे दलों के नेताओं को कथित रूप से राजधर्म की याद दिलाने की कोशिश की है, हालांकि इसका कोई नतीजा निकलेगा भी या नहीं इसके बारे में खुद ओवैसी साहब अनजान हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओवैसी ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर बनी संसदीय समिति और वक्फ कमेटी की कार्यप्रणाली और उसकी रिपोर्ट के बारे खुलकर बात की है.
मुसलमान माफ नहीं करेगा: ओवैसी
अपने इंटरव्यू में ओवैसी ने कहा है कि वक्फ संशोधन बिल पास हो गया तो भारत का मुसलमान केंद्र की मोदी सरकार को सहयोग देने वाले नेताओं खासकर नीतीश कुमार, चिराग पासवान और चंद्रबाबू नायडू को कभी माफ नहीं करेगा.
संसद में क्या है स्थिति?
केंद्र में बीते 10 सालों से बीजेपी के पूर्ण बहुमत की सरकार थी. 2024 के आम चुनाव में बीजेपी पूर्ण बहुमत से 32 सीट कम पाई. इसके बावजूद नायडू की टीडीपी, नीतीश की जेडीयू और चिराग की एलजेपी (आरवी) के समर्थन से केंद्र में मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार बड़े आराम से चल रही है. मोदी कैबिनेट हर बिल आसानी से पास करा ले रही है.
ऐसे में अपने इंटरव्यू में ओवैसी ने एक तरह से मुसलमानों (वोट बैंक) का हवाला देते हुए केंद्र सरकार के तीन अहम गठबंधन दलों को इमोशनल करने की कोशिश की है. उनके इसी पॉलिटिकल स्टंट को यहां कथित राजधर्म बताया गया है.